रामनवमी पर कल रामलला का होगा सूर्य तिलक, भक्तों को मिलेगा धनिया की पंजीरी का प्रसाद
श्रीराम नवमी महोत्सव के दौरान मंगला आरती के पश्चात ब्रह्म मुहूर्त में अति प्रातः 3:30 बजे से अभिषेक, शृंगार एवं दर्शन साथ-साथ चलते रहेंगे।
अयोध्या। रामनवमी के अवसर पर कल बुधवार को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला का सूर्य तिलक होगा। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि रामनवमी पर भगवान रामलला के ललाट पर सूर्य किरण 12:16 मिनट के करीब 5 मिनट तक पड़ेगी, इसके लिए महत्वपूर्ण तकनीकी व्यवस्था की जा रही है। वैज्ञानिक इस अलौकिक पलों को पूरी भव्यता से प्रदर्शित करने के लिए जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर का बचा हुआ कार्य भी दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि श्रीराम नवमी महोत्सव के दौरान मंगला आरती के पश्चात ब्रह्म मुहूर्त में अति प्रातः 3:30 बजे से अभिषेक, शृंगार एवं दर्शन साथ-साथ चलते रहेंगे। श्रंगार आरती प्रातः 5:00 बजे होगी, श्री रामलला का दर्शन एवं सभी पूजा-विधि यथावत साथ-साथ चलती रहेंगी। भगवान को भोग लगाने के लिए समय-समय पर अल्प-काल को पर्दा रहेगा। रात्रि 11:00 बजे तक दर्शन का क्रम पूर्ववत चलता रहेगा, तत्पश्चात परिस्थिति अनुसार भोग एवं शयन आरती होगी।रामनवमी पर दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद में धनिया की पंजीरी मिलेगी।
श्रद्धालुओं के लिए की कई सुविधाएं -
उन्होंने बताया दर्शन मार्ग पर छाया के लिए जर्मन हैंगर लगाए गए हैं। पैर जलने से बचें रहें इसके लिए मैट बिछाई जा रही है। सात कतारों में दर्शनार्थी मंदिर तक पहुंचेंगे। दर्शन मार्ग पर पेयजल और टायलेट का भरपूर इंतजाम किया गया है। प्रसाद के निमित्त धनिया की पंजीरी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। यह फलाहार की श्रेणी में आती है और स्वास्थ्यकर है।उन्होंने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि अयोध्या में आएं तो अपने गुरु स्थानों पर आयोजित होने वाले रामनवमी उत्सव में सम्मिलित हों।