युवाओं को राजनीति के लिए प्रेरित कर रहे हैं महेंद्र प्रताप सिंह
महेंद्र प्रताप सिंह ने राजनीति में आने का फैसला इसलिए किया ताकि वह जरूरतमंदों की मदद कर सकें तथा देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।
लखनऊ। आज के युवा पढ़-लिख कर चिकित्सक, इंजीनियर और प्रशासनिक अधिकारी बनने की बात करते हैं। कोई भी अभिभावक या परिवार यह नहीं कहता की तुम्हें पढ़-लिख कर राजनीति करना हैं। राजनीति को हमेशा दोयम भाव से देखा जाता हैं। हमारे समाज में यह धारणा बदलनी होगी। भारत आज दुनिया में सबसे अधिक युवा जनशक्ति वाला देश है। तो जाहिर है इस देश को नई ऊंचाइयां युवा नेता ही दिला सकते हैं। इसी धारणा को भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता महेंद्र प्रताप सिंह बदल रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जनपद में रनिया क्षेत्र के देव भवन गांव में जन्मे महेंद्र प्रताप सिंह ने अपने राजनीतिक दीक्षा ग्रहण करने की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी। यहीं उनकी राजनीतिक दीक्षा की शुरुआत हुई, जहां से भारतीय जनता युवा मोर्चा में जिम्मेदारी दी गई। वहां वह काफी समय तक रहे और छात्रों के बीच काफी लोकप्रियता भी हासिल की। इसके बाद उन्हें सफलता मिली और उन्हें पार्टी की ओर से जिला संयोजक के मुख्य पद पर नियुक्त किया गया। वर्तमान समय में वह भारतीय जनता युवा मोर्चा में दक्षिण दिल्ली में जिला मंत्री के पद पर कार्यरत हैं। इसके अलावा वह राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी, गौ सेवा संघ, राष्ट्रीय युवा प्रभारी, प्रदेश प्रभारी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में कार्यरत हैं।
महेंद्र प्रताप सिंह ने राजनीति में आने का फैसला इसलिए किया ताकि वह जरूरतमंदों की मदद कर सकें तथा देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। पूरा देश इस समय कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है, ऐसे समय में महेंद्र प्रताप सिंह ने लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किए। जिन्हें भी ब्लड, आईसीयू बेड या ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता हुई, महेंद्र प्रताप सिंह ने हरसंभव प्रयास कर इनकी उपलब्धता करवाकर लोगों की काफी मदद की।
महेंद्र प्रताप सिंह के इसी मदद वाली विचारधारा के कारण आज काफी युवा उनसे जुड़ गए हैं, और उनसे काफी प्रेरित भी होते हैं। महेंद्र प्रताप सिंह बताते हैं, कि युवा का साथ उनके साथ होना उन्हें देश के साथ होने का अनुभव कराता हैं। इन सबके अलावा महेंद्र प्रताप सिंह को कई राष्ट्रीय सम्मान भी प्राप्त हैं। इसमें 2020 में उन्हें अटल स्मृति सम्मान से नवाजा गया। जिसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश के गृहमंत्री अमित शाह भी जुड़े थे।