'सीमा' ने पार किए सात समुंदर, मिला 'भारत गौरव सम्मान': 'हाउस ऑफ लॉर्ड्स' से सम्मानित होकर यूपी की अधिवक्ता बेटी ने बढ़ाया मान…
लखनऊ। इटावा में जन्मीं और सर्वोच्च न्यायालय की प्रख्यात अधिवक्ता सीमा कुशवाहा 'समृद्धि' ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश का नाम रौशन किया है। इस बार उन्होंने यह गौरव उन्होंने सात समुंदर पार से दिलवाया है।
ब्रिटेन की राजधानी लंदन स्थित पार्लियामेंट के उच्च सदन 'हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स' ने उनको 'भारत गौरव सम्मान' से सम्मानित किया है। सीमा कुशवाहा को बहुचर्चित निर्भया केस में पीड़ित पक्ष के पैरोकार के रूप में जाना जाता है।
सर्वोच्च न्यायालय की चर्चित अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने 'स्वदेश' को बताया कि ये सम्मान सिर्फ मेरा सम्मान ही नहीं, बल्कि पूरे भारत का सम्मान है। मेरे देश के हर नागरिक का सम्मान है। सीमा कुशवाहा ने विधि के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उनको इस महत्वपूर्ण सम्मान से विभूषित किया गया है।
भाजपा नेत्री सीमा कुशवाहा अधिवक्ता के साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काफी चर्चित रहती हैं। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता रहीं सीमा अभी भाजपा में सक्रिय हैं। उन्हें 2012 के दिल्ली सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में पीड़िता की कानूनी वकील के रूप में जाना जाता है।
उनकी लंबी कानूनी लड़ाई के कारण सभी चार वयस्क दोषियों को 20 मार्च 2020 को तिहाड़ जेल में फांसी पर लटका दिया गया।
पत्रकारिता और वकालत में बराबर का दमखम : सीमा कुशवाहा का जन्म इटावा के महेवा तहसील चकरनगर ब्लॉक ग्राम पंचायत बिधिपुर के एक छोटे से गांव उगरपुर में बालादीन कुशवाहा और राम कुंवर कुशवाहा के घर हुआ था।
उनके पिता बालादीन कुशवाहा बिधिपुर ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान थे। उन्होंने 2005 में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से एलएलबी में स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
उन्होंने 2006 में राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातक की डिग्री भी प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने राजनीति विज्ञान में एमए किया। उन्होंने 2014 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय में कानूनी अभ्यास शुरू किया।