पुलिस ने पूरे गांव की घेराबंदी करके शुरू किया एन्काउन्टर, आईजी ने संभाली कमान
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में थाना चौबेपुर के विकरू गांव में गुरुवार की रात से पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग अभी भी चल रही है। आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद एन्काउन्टर स्पेशलिस्ट आईजी मोहित अग्रवाल ने कमान संभाल ली है। पुलिस ने पूरे गांव को घेरकर एन्काउन्टर शुरू कर दिया है। पुलिस की घेराबंदी से कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके गुर्गे गांव से निकल नहीं पाए हैं। अब तक 3 अपराधियों को ढेर किया जा चुका है। पुलिस व अपराधियों के बीच अर्धरात्रि से शुरू हुई मुठभेड़ के दौरान पुलिस कर्मियों के गोली लगने की सूचना मिलते ही एडीजी जोन, आईजी रेंज, डीएम, एसएसपी समेत आलाधिकारियों व सर्किल थानों का फोर्स के अलावा अन्य थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंंच गए हैं।
गुरुवार देर रात सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में बिठूर, चौबेपुर, शिवराजपुर थानों की संयुक्त पुलिस टीमें अपराधी विकास दुबे को पकड़ने के लिए उसके गांव विकरु पहुंंची और घेराबंदी करते हुए बदमाश की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया। इस बीच पुलिस के गांव में आने की भनक अपराधियों को लग गई। इस पर बदमाश के गुर्गों ने छतों से ही पुलिस टीमों पर गोलीबारी शुरू दी। बदमाशों की फायरिंग में सीओ, थानाध्यक्ष, दो दारोगा व चार सिपाहियों को गोली लगने से अफरा-तफरी मच गई। बदमाशों की फायरिंग से पुलिसकर्मियों के घायल होने की जानकारी आलाधिकारियों को दी गई। साथ ही घायल पुलिस कर्मियों को लेकर साथी कर्मी बदमाशों की फायरिंग के बीच से निकालकर पास के अस्पताल पहुंंचे जहां से उन्हें रीजेंसी अस्पताल ले जाया गया और उपचार शुरू हुआ।
एडीजी ने बताया कि बदमाशों की फायरिंग में सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा, शिवराजपुर थानाध्यक्ष महेश कुमार, बिठूर थाना के मंधना चौकी इंचार्ज अनूप सिंह, शिवराजपुर थाने में तैनात एसआई नीबू लाल व कांस्टेबल सुल्तान व तीन अन्य सिपाही शहीद हो गए जबकि चार पुलिस कर्मी घायल भी हैं। घटना की जानकारी होने पर एडीजी जोन जय नारायण सिंह, आईजी रेंज मोहित अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु, पुलिस अधीक्षक पश्चिम डॉ. अनिल कुमार सहित कई थानों के फोर्स मौके पर पहुंंच गई। अपराधियों की ओर से लगातार गोली चलने के कारण कई पुलिस कर्मियों को अभी भी गांव विकरू से नहीं निकाला जा सका है। मौके पर पहुंंचे आलाधिकारियों ने तेज तर्रार पुलिस कर्मियों के साथ गांव की घेराबंदी कर ली है।
इधर, पुलिस मुठभेड़ में कई पुलिस कर्मियों के गोली लगने और शहीद हो जाने की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी भी देर रात रीजेंसी अस्पताल पहुंंच गए और डॉक्टरों से उपचार को लेकर बातचीत करते हुए सभी कर्मियों का हालचाल जाना। उन्होंने बदमाशों की इस हरकत की निंदा की और पुलिस कर्मियों की शहादत को सलाम किया। उन्होंने कहा कि बदमाशों को उनके अंजाम तक पहुंंचाया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक विकास दुबे बेहद कुख्यात किस्म का अपराधी है। उसने थाने में घुसकर राज्यमंत्री और पुलिस कर्मी सहित कई लोगों की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।