संभल: शाही जामा मस्जिद पर हरिहर मंदिर के दावे की सर्वे रिपोर्ट कोर्ट में पेश
Sambhal: संभल में शाही जामा मस्जिद पर हरिहर मंदिर के दावे से जुड़े मामले ने एक नई दिशा पकड़ ली है। कोर्ट द्वारा नियुक्त कोर्ट कमिश्नर रमेश राघव ने इस विवाद के मद्देनजर अपनी 40-45 पेज की सर्वे रिपोर्ट सिविल डिवीजन कोर्ट में पेश की। यह रिपोर्ट सील बंद लिफाफे में 19 और 24 नवंबर को किए गए सर्वे की विस्तृत जानकारी को समेटे हुए है। कोर्ट ने मस्जिद पर हरिहर मंदिर के दावे की सत्यता को परखने के लिए सर्वे का आदेश दिया था। इसके तहत, कोर्ट कमिश्नर ने मस्जिद परिसर में सर्वेक्षण कर ऐतिहासिक तथ्यों, संरचनात्मक विशेषताओं और पुरातात्विक साक्ष्यों का अध्ययन किया।
कानूनी प्रक्रिया में अगला कदम
अब अदालत इस रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए आगे की सुनवाई करेगी। यह मामला ऐतिहासिक, धार्मिक और कानूनी दृष्टिकोण से बेहद संवेदनशील माना जा रहा है। रिपोर्ट का खुलासा अदालत में सुनवाई के दौरान होगा, और इसका प्रभाव आने वाले समय में इस विवाद के भविष्य को तय करेगा।
शाही जामा मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने का दावा लंबे समय से किया जा रहा है। वादी पक्ष का कहना है कि इस स्थल पर पहले एक हिंदू मंदिर था, जिसे बाद में मस्जिद में परिवर्तित कर दिया गया। इस दावे के खिलाफ विरोध भी हो रहा है।
इस मामले ने क्षेत्र में धार्मिक और सामाजिक तनाव को भी बढ़ा दिया है। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। अब सबकी निगाहें अदालत की अगली सुनवाई और इस रिपोर्ट के निष्कर्ष पर टिकी हैं। क्या रिपोर्ट में ऐसे सबूत मिलेंगे जो किसी पक्ष को मजबूती देंगे, या विवाद और गहराएगा? यह तो अदालत का फैसला ही तय करेगा। यह मामला न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन चुका है। इतिहास, धर्म और न्याय के इस जटिल विवाद का समाधान क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।