पथरा गई मां की बूढ़ी आंखें... कब मिलेगी बिटिया: एक साल पहले लापता हुई शशि का आज तक नहीं कोई सुराग…
लखीमपुर। थाना खीरी की ओयल चौकी क्षेत्र निवासी शशि अवस्थी को जमीन निगल गयी या आसमान। एक साल बीत जाने के बाद भी घर से निकली नाबालिक शशि का सुराग शनिवार तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है, जबकि पीड़ित परिजन अपनी बिटिया को पाने की दरकार लिए सफेदपोश नेताओ से लेकर अधिकारियों की चौखट तक कई बार एड़ियां रगड़ चुके हैं।
ओयल कस्बे की मोहल्ला जगतिया निवासी राजेश की नाबालिक पुत्री 2 जनवरी 2024 को सुबह घर से निकली थी, जो वापस नहीं पहुँची। पीड़ित परिजनों ने इसकी सूचना स्थानीय चौकी को दी। वहीं कुछ देर बाद साड़ीनामा नहर के पास दो मोबाइल, दो जुड़े जूते, आधार कार्ड सहित अन्य सामान मौके पर मिला।
जिसमें एक मोबाइल व कुछ सामान शशि का तो कुछ सामान कस्बे के ही मोहल्ला जुलाहन टोला निवासी आदिल पुत्र मोइनुद्दीन का था। पुलिस ने नहर में दोनो की तलाश शुरू की तो आदिल का शव तो मिल गया, लेकिन शशि का आज तक कोई पता नहीं चल सका।
शशि को लापता हुए एक साल बीत चुका है, लेकिन आज भी परिजन उसकी तलाश में अधिकारियों से लेकर राजधानी तक चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी ने लापता शशि को ढूंढने की जहमत नहीं उठाई है।
कैमरे के सामने निकला जयंती का दर्द, कहा कोई नहीं है सुनने वाला : 'स्वदेश' ने जब शशि की मां जयंती देवी से बात की तो उन्होंने बताया कि आज एक साल के ऊपर हो गया है। शशि का आज तक कहीं पता नहीं चला।
कहा कि पुलिस अगर चाहती तो उनकी बेटी उनको मिल जाती। पुलिस ने प्रयास नहीं कर रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि वह उच्च अधिकारियों से लेकर राजधानी तक चक्कर काट चुकी हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
आदिल के घर पर चढ़ा दिया बुलडोजर, बाद में मिला था शव : इस मामले में पुलिस की लापरवाही शुरूआत से ही ढीली रही थी। प्रेमी युगल के लापता होने के बाद, जैसे ही नहर के किनारे आदिल और शशि का सामान बरामद हुआ तो, पुलिस उन्हें ढूंढने के बजाय बुलडोजर की कार्यवाही शुरू कर दी थी।
पुलिस ने आदिल के घर पहुँचकर अतिक्रमण की कार्यवाही बताते हुए घर पर बुलडोजर चला दिया। करीब 12 दिन जब आदिल का शव बरामद हुआ तो पुलिस को काफी किरकिरी का सामना करना पड़ा था।