Hardoi News: ...यह क्या किया मुन्ना बाबू आपने, दस, बीस, पचास हजार लगें, फाइल से हमारे दस्तखत वाला पन्ना हटाइए, तुरंत... उप जिलाधीश संडीला ने ऐसा कह मार ली 'पांव पर कुल्हाड़ी'
Hardoi News: उप जिलाधीश संडीला अरुणिमा श्रीवास्तव भ्रष्टाचार के मामले में फंस ही नहीं गईं, बल्कि मामला रफा दफा करने का जो तरीका उन्होंने अपनाया उसमें खुद ही फंस गई l
Hardoi News: उप जिलाधीश संडीला अरुणिमा श्रीवास्तव भ्रष्टाचार के मामले में फंस ही नहीं गईं, बल्कि मामला रफा दफा करने का जो तरीका उन्होंने अपनाया, उससे उन्होंने खुद ही भ्रष्ट आचरण की स्वीकारोक्ति कर ली है। दरअसल, सवायजपुर तहसीलदार पद पर रहते हुए अरुणिमा की सब डिविजनल मजिस्ट्रेट की पोस्ट पर प्रमोशन के बाद संडीला डिवीजन में पोस्टिंग हुई थी। इसके बाद उन्होंने तहसीलदार रहने (28 जून 2023) के दिनों की तारीख में सवायजपुर तहसील के डीघासर गांव की 0.975 हेक्टेयर और बरौली गांव की 0.0510 हेक्टेयर जमीन के दाखिल खारिज की पत्रावली पर हस्ताक्षर किए थे।
मामला खुलने पर जिलाधीश मंगला प्रसाद सिंह से शिकायत हुई, तब दाखिल खारिज से संबंधित पत्रावली को अभिलेखागार (रिकॉर्ड रूम) से गायब करने के नाम पर एसडीएम संडीला 10, 20 और 50,000 तक खर्च करने की बात पूर्व पेश कर मुन्ना जैदी से कह रही है और ये बातचीत वायरल है। एडीएम (वित्त एवं राजस्व) प्रियंका सिंह के अनुसार, वायरल ऑडियो संज्ञान में है और शीघ्र ही प्रकरण की जांच रिपोर्ट जिला मजिस्ट्रेट को सौंपी जाएगी।
वायरल ऑडियो में क्या है
अरुणिमा श्रीवास्तव के वायरल ऑडियो की बात कुछ इस तरह है कि अरुणिमा कहती हैं, वो जो फाइलें थीं जो 12/7 में आईं थीं और 28/6 में आदेश हुए थे वो फाइल आखिर कहां हैं? वर्तमान में क्या स्थिति है, वो आदेश तो मैंने दे दिया था l जिसके जवाब में मुन्ना जैदी कहते हैं, वो मैम सब यहां करवा दी थीं दाखिल l फिर अरुणिमा पूछती हैं, कहां करा दी थीं ? मुन्ना बताते हैं, रिकॉर्ड रूम अरुणिमा पूछती हैं, उसमे क्या लिख के दाखिल था, आदेश लगा था नहीं लगा था ? मुन्ना बताते हैं, आदेश लगा था l मैडम तो पूछती हैं, कौन सा आदेश, मुन्ना जवाब देते हैं, वही जो ऑनलाइन दिखा रहा, वो हुआ था मैडम आदेश दाखिल खारिज का l प्रत्युत्तर में अरुणिमा पूछती हैं, 28/6 का, वो आदेश लगा के किया था, जब वो आदेश हटा दिया था तो आदेश लगा कैसे उसमे ? जवाब मे मुन्ना कहते हैं, तो फिर दाखिल कैसे करते मैडम, ऑनलाइन तो थी ही वो रिकॉर्ड में l अरुणिमा कहती हैं, वही हमको उलझा दिया, आप लोगों पर भरोसा किया, अब वो जांच हो रही है उसपे, अरुण बैठा अभिलेखागार में तारीख देख रहा, शपथ पत्र है हमारे खिलाफ, आदेश लगाने की क्या जरूरत थी ? ...कुछ ठहर कर फिर पूछती हैं, मेरे दस्तखत वाला आदेश भी लगा है या ऑनलाइन वाला वाला है आदेश ?
पैसे देने की बात करती है अरुणिमा श्रीवास्तव
तब मुन्ना बताते हैं, दस्तखत वाला मैम, अरुणिमा पूछती हैं, मेरे दस्तखत वाला आदेश हमने दे दिया था आपको, मुन्ना बोलते हैं, जी मैम l इसके बाद अरुणिमा बदहवासी में बोलती हैं, अरे भाई अब जो हटाइए आदेश उसमे से, किसी भी तरह, क्या किया मुन्ना बाबू आपने ये l मुन्ना कहते हैं, देख लेते हैं मैडम, जाते हैं अभी, करेंगे अरुण से बात l अरुणिमा कहती हैं, अरुण से क्या बात करेंगे, फाइल पहले देखिए कहां है, दस्तखत तो हमने हटा के दिया था आपको ना l मुन्ना बताते हैं, नहीं दे दिए थे मैम आपने बाद में l अरुणिमा कहती हैं, तो दस्तखत लगा के नहीं करना था भाई, उसको (अरुण) को किसी तरह मिलिए और 10, 20, 50 हजार लगें, उसमे से दस्तखत वाला पन्ना हटाइए l मुन्ना कहते हैं, ठीक है, अरुणिमा बोलती हैं, तुरंत l जिसके बाद टेलीफोनिक बात तो खत्म हो गई, पर हवाओं में चालू हो गई यानी कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हो गई।
वीआरएस ले चुके हैं मुन्ना बाबू
एसडीएम संडीला से बातचीत कर रहे मुन्ना जैदी राजस्व विभाग में 20 वर्ष की सेवा पूरी करने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुके हैं। इसलिए वो निसाखातिर लग रहे हैं और ऐसा नहीं होता तो दो के बीच की बातचीत बाहर नहीं आती।