अयोध्या। कोविड-19 की गाइड लाइन ने दीपोत्सव को लेकर बड़ा धर्मसंकट खड़ा कर दिया है। इसके चलते अधिकतम दीप प्रज्जवलन की वर्चुअल प्रतियोगिता आयोजित करने पर मंथन किया जा रहा है। इस आयोजन के तहत हर परिवार अपने-अपने घरों के साथ आसपास के क्षेत्रों व मठ-मंदिरों में दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ सेल्फी लेकर दो-दो मिनट के वीडियो भी अपलोड करें। इससे पहले दीपोत्सव में भागीदारी के लिए सम्बन्धित प्रतिभागियों का पंजीकरण कराया जाएगा।
yodhya will celebrate such a festival, Yogi government is preparingइस आयोजन के लिए विशेष प्रकार का साफ्टवेयर भी तैयार किया जाएगा जिसमें वीडियो अपलोड करने वाले प्रतिभागियों की भागीदारी का प्रमाण पत्र जनरेट हो जाएगा। इस तरह प्रतिभागियों का रिकार्ड बनाया जा सकेगा।
फिलहाल इसके अलावा दीपोत्सव का आयोजन भीड़ से बचते हुए किस प्रकार आयोजित हो, इस विषय पर विचार-विमर्श चल रहा है। यही कारण है कि प्रदेश के पर्यटन व संस्कृति राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार व जिले के प्रभारी मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी के दौरे पर हुई बैठक के दौरान डीएम व कमिश्नर से अपेक्षा की गयी है कि वह इस सम्बन्ध में अपनी रिपोर्ट शासन को प्रेषित करें।
बताया गया कि जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगे की रणनीति पर निर्णय लेंगे। बताया गया कि मुख्यमंत्री कोरोना के कारण दीपोत्सव स्थगित नहीं करना चाहते हैं। साथ ही दीपोत्सव का रिकार्ड भी बनाना चाहते हैं।
साल दर साल रामपैड़ी पर दीपोत्सव के दौरान अधिकतम दीप प्रज्ज्वलित करने का रिकार्ड बनाया गया जो कि गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ। पिछले साल चार लाख एक हजार एक सौ 26 दीयों का रिकार्ड बनाया गया था। इस बार यह संख्या पांच लाख होनी थी लेकिन कोरोना संकट के कारण आयोजन की रूपरेखा तय नहीं हो पाई है। फिलहाल नगर निगम की ओर से दीपोत्सव की तैयारी में चार करोड़ 73 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।