मुख्यमंत्री धामी ने बताया मशीन की जगह अब हाथ से होगी खुदाई, कहा- मजदूरों के बाहर आने में अभी लग सकता है वक्त

Update: 2023-11-25 12:44 GMT

उत्तरकाशी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पुनः सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के किए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने रेस्क्यू आपरेशन में जुटे आला अधिकारियों और हाई पावर कमेटी के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने बताया कि ऑगर मशीन के खराब होने के बाद हैदराबाद से प्लाज्मा कटिंग कटर मंगवाया गया है। ऑगर मशीन के टूटे हिस्से कल तक निकल पाएंगे। वर्टिकल ड्रिलिंग का काम भी किया जा रहा है। मैनुअली भी कार्य किया जायेगा। 

मुख्यमंत्री धामी ने आज मीडिया से बातचीत में उत्तरकाशी के सिलक्यारा निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे के लिए किए जा रहे रेस्क्यू आपरेशन के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे के कारण सुरंग में फंसे हुए 41 श्रमिकों को बाहर निकालने की उम्मीदें बनी हुई हैं, लेकिन इस बीच बाधाएं लगातार अवरोध डाल रही हैं। अब ऑगर मशीन की ब्लेड क्षतिग्रस्त हुई है तो टनल के ऊपरी हिस्से में जल रिसाव ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। उन्होंने बताया कि सभी मजदूर ठीक हैं। मजदूरों से बात हुई है, वो ठीक हैं। उन्होंने बताया कि मजदूरों को भोजन पानी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सारा ध्यान मजदूरों को निकालने पर है। 

मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में भीतर टूटी मशीन की ब्लेड को काटकर बाहर निकालने का काम जारी है, जिसमें कल तक का समय लग सकता है। इसके बाद टनल में मशीन के बजाय केवल मैन्युअल काम होगा, जिसमें 24 घंटे तक का समय लगेगा। यानी अगले दो से तीन दिन मजदूरों को सुरंग के अंदर ही इंतजार करना होगा।

टनल विशेषज्ञ कर्नल परिक्षित मेहरा ने बताया कि ऑगर मशीन के टूटे हुए बरमे को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है, जिसमें कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि जैसे ही बरमा बाहर निकाल लिया जाएगा तो दोबारा ड्रिलिंग का प्रयास किया जाएगा। हालांकि ऑगर मशीन के सुरंग में फंसने से रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे अधिकारी चिंतित दिखाई दिए।उत्तरकाशी के सिलक्यारा में चल रहे टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने और टनल में फंसे उड़ीसा के श्रमिकों का हाल जानने कल रविवार को उड़ीसा के श्रम व रोजगार मंत्री शारदा प्रसाद नायक सिलक्यारा पहुंचेंगे। उनके कार्यक्रम को उड़ीसा के लेबर मिनिस्ट्री कार्यालय से जारी किया गया है।

ऑगर मशीन ने पहाड़ के आगे टेके घुटने- 

दुनिया के चौथे सबसे बड़े उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा सुरंग में रेस्क्यू में बीते 14 दिनों से 41 श्रमिकों को निकालने का अभियान जारी है। अमेरिकन ऑगर मशीन से ड्रिलिंग ही श्रमिकों को बाहर निकालने का एक बड़ा सहारा था, लेकिन मशीन के भीतर बार-बार लोहे के टुकड़े फंसने से ड्रिलिंग रोकनी पड़ रही है। बीते शुक्रवार करीब 2 मीटर की ड्रिलिंग के बाद फिर से तकनीकी परेशानी हो गई यानि कुछ वक्त और लगेगा। अब रेस्क्यू ऑपरेशन में एक रात और खिंच गयी। इसमें दुनिया भर की बेहतरीन मशीन लगाई गई फिर भी पहाड़ के आगे मशीनों घुटने टेक दिए, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीमों अपने ने घुटने नहीं टेके। 

गौरतलब है कि उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित से सिलक्यारा निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा बीते 12 नवंबर को ढह गया गया था। इसके बाद से रेस्क्यू टीमें मजदूरों को बाहर निकालने के लिए काम लगातार कार्य में युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं।सबसे पहले सिलक्यारा निर्माणाधीन सुरंग के अंदर ऑक्सीजन का पाइप डाल गया। रेस्क्यू आपरेशन के शुरुआती दौर में इसमें सफलता नहीं मिली तो फिर अमेरिका की ऑगर ड्रिलिंग मशीन मंगवाई गई। कहने का मतलब यह कि पहाड़ में पहाड़ जैसी ही समस्या सामने आ रही है और इस पहाड़ के आगे ऑगर ड्रिलिंग मशीन अपने घुटने टेक दिए। सूत्रों का कहना है कि अब सुरंग के अंदर यानी जहां मजदूर फंसे हैं वहां से 9-10 मीटर मलबा को हटाने की भी तैयारी चल रही है। इसमें मुख्यमंत्री धामी, कई केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री मोदी से लेकर पूरा का पूरा अमला इसके रेस्क्यू ऑपरेशन में नजरें लगाए हुए हैं

Tags:    

Similar News