फतेहपुर: कैसे हो कार्यवाई जब आरोपियों ने ही रिपोर्ट बनाई, जिला प्रभारियों की रिपोर्ट में नहीं भीगा गेहूं !
दरअसल टोकते तूफान के कारण मंगलवार और बुधवार को हुयी जबरदस्त बारिश से क्रय केंद्रों पर खुले आसमान के नीचे रखा सरकारी गेहूं भीगता रहा, पर प्रभारियों ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी को रिपोर्ट भेजकर बताया कि एक भी दाना नही भीगा है, जबकि वीडियो और फोटोग्राफ में भीगा हुआ गेहूं साफ-साफ नजर आ रहा है।
फतेहपुर (आशीष सिंह): गेहूं क्रय एजेंसी के जिला प्रभारियों को जादू करना आता है। या यूं कहें कि उनकी एजेंसी के क्रय केंद्रों में चमत्कार होते हैं तो कोई गलत नही होगा। जी हां यह कोई राजा-रानी या जादू-मंतर की कहानी नही बल्कि हकीकत है। दरअसल टोकते तूफान के कारण मंगलवार और बुधवार को हुयी जबरदस्त बारिश से क्रय केंद्रों पर खुले आसमान के नीचे रखा सरकारी गेहूं भीगता रहा, पर प्रभारियों ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी को रिपोर्ट भेजकर बताया कि एक भी दाना नही भीगा है, जबकि वीडियो और फोटोग्राफ में भीगा हुआ गेहूं साफ-साफ नजर आ रहा है। प्रभारियों का यह चमत्कार जिले में चर्चा का विषय बना है।
जिले में पांच एजेंसियां गेहूं खरीद कर रही हैं। इनमें खाद्य विभाग (विपणन शाखा) के 21, पीसीएफ के 29, यूपीएसएस के छह, भारतीय खाद्य निगम का एक और मंडी समिति के दो-दो केंद्र बनाए गए हैं। इन सभी केंद्रों में किसानों की पंजीकृत और सत्यापित फसल खरीदी जा रही है। नियमानुसार किसानों को टोकन की व्यवस्था की गयी है। जिससे अनियमितता पर रोक लगायी जा सके। व्यवस्थाओं के बीच टोकते तूफान की हलचल बढ़ी तो जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिया कि किसानों से खरीदे गए गेहूं को समय से सुरक्षित कर लिया जाए। लेकिन इसके बावजूद भी केंद्र प्रभारी किसानों से खरीदे गए गेहूं को खुले आसमान के नीचे बोरियों में भरवा कर रखवाते रहे। समय से हैंडलिंग न होने के कारण मंगलवार और बुधवार को देर रात तक हुई बारिश से सरकारी गेहूं भीगता रहा।
डीएम की चेतावनी को प्रभारियों ने हवा में उड़ाया : जिले के क्रय केंद्र प्रभारी जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे की चेतावनी को हवा में उड़ाते रहे। यदि इन प्रभारियों को डीएम के आदेश का जरा सा भी डर होता तो सरकारी गेहूं की यह दुर्दशा नही होती। लेकिन प्रभारियों को भी अपने मन की करनी थी और उन्हें अपने आकाओं का संरक्षण भी प्राप्त है। इसलिए उन्होंने अपने कुप्रबंधन का परिचय देते हुए सरकारी गेहूं की ऐसी की तैसी कर दी।
जरा इनकी भी सुन लिजिए
"जिले में किसी भी क्रय केंद्र से बारिश की वजह से सरकारी गेहूं भीगने का मामला नही आया है। प्रभारियों से मिली रिपोर्ट के अनुसार किसानों से खरीदा गया सरकारी गेहूं का एक भी दाना बारिश से नही भीगा है। कुछ बोरियों में पानी लग गया है जिन्हें चट्टे में रखा जा रहा है। गेहूं सूखने के बाद एफसीआई भेजा जाएगा।"- रमेश श्रीवास्तव, जिला विपणन अधिकारी, फतेहपुर