सभी जिलों में हो रही रोजगार की व्यवस्था, इन्वेस्टर समिट के बाद से 3 लाख करोड़ का हुआ निवेश : मुख्यमंत्री
अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की रखी गयी नींव
अलीगढ़। कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह गरीबों की मदद के साथ हर जिन्दगी को बचाने के लिए अभूतपूर्व कार्य किया है। वह आज पूरी दुनिया में मिसाल है। जब पूरी दुनिया इस महामारी से त्रस्त थी तो यहां प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में हर जिंदगी को बचाने का प्रयास के साथ ही स्वालम्बन की ओर राष्ट्र आगे बढ़ रहा था। ये बातें मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही। वे अलीगढ़ (हरिगढ़) में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की नींव रखने के अवसर पर कही। इस अवसर पर प्रधानमंत्री भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में 2017 में भाजपा की सरकार बनी। 2018 में यहां पहला इन्वेस्टर समिट का उद्घाटन पीएम ने किया। आज यूपी में तीन लाख करोड़ का निवेश हो चुका है। यहां अपने ही जनपद में नौकरी की सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं। यहां रक्षा उत्पादन में काफी प्रगति की है। यहां डिफेंस कारिडोर के शुभारंभ के लिए यहां पीएम का आगमन हुआ है। यहां अक्सर आप लोग कहते थे कि यहां शिक्षा का अलख जगाने वाले राजा महेन्द्र प्रताप सिंह को पश्चिमी यूपी कभी विस्मृत नहीं करता। उनके नाम पर आज यहां विश्वविद्यालय बनाने के लिए प्रधानमंत्री आये हैं।
अन्न योजना की शुरुआत -
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री ने अन्न योजना की शुरूआत की और हर जिन्दगी को बचाने का प्रयास किया। इससे उनकी देश के प्रति आत्मीय संवेदना प्रकट होती है। प्रधानमंत्री का कोरोना काल में प्रबंधन जितना अच्छा था। वह दुनिया के सामने मिसाल बन गयी है। हर जीवन को बचाने के लिए यहां अभूतपूर्व प्रयास किये गये।
मेरठ में पहला स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्ग दर्शन में यहां आठ राज्य विश्वविद्यालय बन रहे हैं। अभी ओलंपिक में खिलाड़ियों ने जिस तरह प्रदर्शन किया। प्रदेश में मेरठ में पहला स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय बना है। अभी तीन दिन पहले प्रयागराज में भी एक बना है। राज्य में नई शिक्षा नीति को यहां पूरी तरह स्वीकार किया गया है। यहां गांव के लिए, गरीब के लिए, किसान के लिए काम हो रहा है। यहां सबका साथ, सबका विकास के नारे को आगे बढ़ाया जा रहा है। यहां कोरोना काल में भी चीनी मिलों को अनवरत चलाया गया। खेत में दोगुना आमदनी करने के लिए कार्य किया है।