उप्र : गाजियाबाद में 31 मई तक लागू रहेंगी लॉकडाउन की गाइडलाइन्स

Update: 2020-05-05 16:07 GMT

गाजियाबाद। कोरोना महामारी के बढ़ते मामलो को देखते हुए देश भर में तीसरी बार लॉकडाउन की सीमा को बढ़ा दिया गया। नए निर्देश के मुताबिक, 17 मई तक लॉकडाउन लागू रहेगा। वहीं, इस बीच उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने जिले में लॉकडाउन गाइडलाइन्स की मियाद को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया। मंगलवार को जिलाधिकारी ने इस संबंध में निर्देश जारी किए।

जिलाधिकारी के निर्देश के मुताबिक, जिले में 31 मई 2020 तक किसी भी तरह के राजनैतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और खेल संबंधी आयोजन नहीं कराए जा सकेंगे। इसके अलावा रैली, प्रदर्शनी और जुलूस जैसे कार्यक्रम भी प्रतिबंधित रहेंगे। आम लोगों के लिए धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। साथ ही लोगों के जुटान पर भी रोक रहेगी। वैवाहिक कार्यक्रमों या अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए प्रशासन से पूर्व अनुमति लेनी होगी।

पास रखने वाले लोगों के लिए भी शाम सात बजे से लेकर सुबह सात बजे तक किसी भी तरह की गतिविधि प्रतिबंधित रहेगी। इनमें स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन कामों के लिए छूट दी गई है। चार पहिया वाहनों पर ड्राइवर के अलावा दो अन्य लोग सवार हो सकते हैं। दो पहिया वाहनों पर केवल दो लोगों को बैठने की अनुमति होगी। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा मास्क लगाए बिना बाहर निकलने पर भी आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

ऑरेन्ज जोन में पड़ने वाले गाजियाबाद में सोमवार को कोरोना के 13 मरीज सामने आए थे। इनमें एक बैंक कर्मचारी और दिल्ली पुलिस का एक जवान भी शामिल था। सभी को साहिबाबाद स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके साथ ही जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 95 हो गई। इनमें से 50 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। फिलहाल, जिले में 44 ऐक्टिव मामले हैं।

इस बीच दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की वापसी को लेकर सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं। इस मद्देनजर भी जिले में अहम निर्देश जारी किए गए हैं। इसके तहत जिले में प्रवासी मजदूरों के लौटने पर स्क्रीनिंग के साथ उन्हें 21 दिन के लिए होम क्वारंटीन में रखा जाएगा। यदि उनमें कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उन्हें क्वारंटीन सेंटर में रखा जाएगा। इस दौरान उनकी 2 बार कोरोना जांच करवाई जाएगी।

सीएमओ ने बताया कि आशा वर्कर क्वारंटीन किए घरों में 3 दिन में एक बार जरूर जाएंगी और परिवार के सदस्यों में खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों के प्रकट होने की जानकारी लेंगी। ऐसे घरों में आशा वर्कर 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसे रोगों से ग्रस्त लोगों को क्वारंटीन किए गए व्यक्तियों से अलग रहने की सलाह देंगी।

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