रायबरेली: मनरेगा श्रमिक ने छीना बीस वर्ष की प्रधानी का ताज

रायबरेली जनपद के डलमऊ क्षेत्र की बलीपुर ग्राम पंचायत में जनादेश ने मनरेगा श्रमिक के सिर प्रधानी की ताजपोशी कर सबको अचंभित कर दिया है।

Update: 2021-05-06 15:53 GMT

लखनऊ: वोट में बड़ी ताकत होती है। ये कब किसे फर्श से अर्श पर और अर्श से फर्श पर पहुंचा दे, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।

रायबरेली जनपद के डलमऊ क्षेत्र की बलीपुर ग्राम पंचायत में जनादेश ने मनरेगा श्रमिक के सिर प्रधानी की ताजपोशी कर सबको अचंभित कर दिया है। करीब तीन हजार की आबादी वाले इस ग्राम पंचायत में लगभग 1,900 मतदाता हैं। पिछले 20 साल से यहां प्रधानी एक ही घर के इर्द-गिर्द घूमती रही। अबकी बार के चुनाव में जनता ने बड़े बदलाव का मन बना लिया था।

निवर्तमान प्रधान शिवबरन के अलावा तीन अन्य प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इन्हीं में गांव के मनरेगा श्रमिक छोटे लाल का नाम भी शामिल था। यही वह उम्मीदवार थे, जिन्हें जनता ने न सिर्फ गंवई राजनीति के अनुभवी प्रत्याशी के खिलाफ खड़ा किया, बल्कि जिताया भी मनरेगा में मजदूरी करके घर चलाने वाले छोटेलाल के कंधे चुनाव का खर्च उठाने के काबिल न थे।

ऐसी परिस्थितियों गांव के लोगों ने चंदा जुटाकर उसकी आर्थिक मदद की। वोटों की इस लड़ाई में निवर्तमान प्रधान दूसरे नंबर पर रहे, जबकि दो अन्य प्रत्याशियों की जमानत ही जब्त हो गई। छोटेलाल कहते हैं कि कभी सरपंच बनूंगा, इस बारे में सपने में भी नहीं सोचा था। जनता ने मुझे लड़ाया और जिता भी दिया।

न मतदान के दिन कोई एजेंट, न मतगणना में :

मथुरा के नौहझील ब्लाक में सुरीर कस्बे का निवासी रिंकू शर्मा ईंट-भट्ठों पर बैल-बुग्गी से बालू व मिट्टी डालने का काम करता है। चुनाव लडऩे के बारे में उसने सोचा तक न था। साथियों के उकसाने पर उसने बीडीसी सदस्य चुनाव के लिए परचा भरा तो किसी को उम्मीद न थी कि वह जीतेगा। रिंकू के सामने कई प्रभावशाली प्रत्याशी बीडीसी के लिए मैदान में आ गए। लेकिन, रिंकू न घर-घर संपर्क किया और हिम्मत न हारी। चुनाव में 36 वोटों से उसकी जीत हुई। खास बात ये रही कि रिंकू का न तो मतदान के दिन कोई एजेंट बना और न ही मतगणना में एजेंट था।

भाजपा ने बेलदार को दिया वफादारी का इनाम :

चित्रकूट में भाजपा ने एक बेलदार को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जिताकर पार्टी के प्रति उसकी निष्ठा का इनाम दिया। ये शख्स हैं कर्वी विकास खंड के इटरौर भीषमपुर निवासी दशरथ। पिता रामकृपाल के निधन के बाद खेतीबाड़ी देखने के साथ परिवार चलाने को बेलदारी (मजदूरी) करने लगे। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रामरतन प्रजापति ने बताया कि दशरथ वर्ष 2009 में पार्टी से जुड़े थे। वर्ष 2012 में जिला मंत्री रहे। लोक निर्माण राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि पार्टी में हमेशा कार्यकर्ता का सम्मान रहा है।

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