बांदा : भरण-पोषण का पैसा देने से पहले की गई रेंडम जांच
एक सैकड़ा पशुपालकों का नोडल अधिकारी ने किया सत्यापन
बांदा। मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के तहत घरों में गोवंश पाल रहे पशुपालकों का नोडल अधिकारी ने रेंडम सत्यापन किया। यह भौतिक सत्यापन दो माह का भुगतान देने से पहले कराया गया है। जिले में साढ़े तीन हजार से अधिक गोवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत पाले जा रहे हैं।
जिले में बेसहारा गोवंश के भरण-पोषण के लिए की स्थाई व अस्थाई पशु आश्रय स्थलों में बड़ी संख्या में गोवंश पाले जा रहे हैं वहीं मुख्यमंत्री सहभागिता योजना से पशुपालक बेसहारा गोवंश को घरों में रखकर उनका भरण पोषण कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें प्रति गोवंश 30 रुपये के हिसाब से नौ सौ रुपये प्रतिमाह का भरण पोषण का पैसा दिया जा रहा है। विभाग का दावा है कि दिसंबर माह तक का भुगतान कर दिया गया है।
अब जनवरी, फरवरी माह का पैसा दिया जाना है लेकिन उससे पहले रेंडम भौतिक सत्यापन कराया गया है। हमीरपुर के उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.सोम तिवारी ने चार दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान सहभागिता योजना के तहत पाले जा रहे गोवंश का सत्यापन पूरा किया है।
बताते हैं कि प्रदेश के 23 जिलों में यह सत्यापन कराया गया है जिसमें बांदा भी शामिल है। विभागीय जानकारी के मुताबिक नोडल अधिकारी ने चार दिनों तक रोजाना 25 का सत्यापन किया है। सत्यापन के बाद जनवरी व फरवरी माह के भरण-पोषण की धनराशि का भुगतान पशुपालकों के खातों में किया जाएगा। चित्रकूटधाम मंडल के उपनिदेशक पशुपालन डा.मनोज अवस्थी ने बताया कि सत्यापन में देखा गया है कि पशुपालक घरों में कितने बेसहारा गोवंश का पालन-पोषण कर रहे हैं।