गंगोत्री से पैदल महोबा पहुंची शिवरंजनी, बागेश्वर धाम पहुंचकर धीरेन्द्र शास्त्री के सामने रखेगी विवाह का प्रस्ताव
शिवरंजनी के अनुसार ये यात्रा 16 जून तक बागेश्वर धाम पहुंचेगी
महोबा/वेबडेस्क। आस और उम्मीद की लगन किसी को भी फर्श से अर्श पर पहुँचा देती है और अगर इसी के साथ जुड़ी हो नि:स्वार्थ आस्था तो भक्त कभी विचलित नहीं होता। इसी आस्था के दीपक के सहारे गंगोत्री से बागेश्वर धाम की यात्रा पर निकली मेडिकल की छात्रा शिवरंजनी तिवारी आज महोबा पहुँची ।
शिवरंजनी वही बालिका है जिनके द्वारा बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर से विवाह का संकल्प लिया गया है। मौसम के इस ताप में अपने आस्थामय भक्ति भाव के साथ उत्तराखंड से महोबा तक की यात्रा में आज जगह-जगह मंगलगीतों के साथ शिवरंजनी का स्वागत हुआ । शिवरंजनी से जब उनके उद्देश्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए गालिब की चंद पंक्तियों में जवाब दिया कि "जब तक बिका न था कोई पूछता न था, आपने खरीद कर मुझे अनमोल कर दिया। प्रभु बाला जी की आस्था में अपने भक्तिमय संकल्प को लिए अपने भाई एवं पिता के साथ पैदल यात्रा करते हुए शिवरंजनी महोबा से अगले पड़ाव की तरफ निकली हैं ।
1 मई गंगोत्री से शुरू की यात्रा -
शिवरंजनी मध्यप्रदेश के शिवनी की रहने वाली हैं। उनका मकसद सिर्फ धीरेंद्र शास्त्री के दर्शन कर उन्हें अपने विवाह प्रस्ताव से अवगत कराना है। उनकी श्ह यात्रा उत्तराखंड के गंगोत्री से 1 मई से प्रारम्भ हुई है । यात्रा की परेशानियों के बारे में उन्होंने कहा कि शुभ कार्यो में अवरोध आते हैं। अपनी लगन और विश्वास से अभी तक का सफर पूरा हुआ है और आगे भी पूरा होगा । शिवरंजनी के अनुसार ये यात्रा 16 जून तक बागेश्वर धाम पहुंचेगी। इसी बीच यह भी जानकारी मिली है कि बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री 15 जून से एकांतवास में जा रहे हैं । अब आगे यह देखना रोचक होगा कि यात्रा की पूर्णता पर क्या नई कहानी खुल कर सामने आती है ।