हमीरपुर के मौदहा में मारा गया विकास दुबे का साथी अमर
गांव में विकास दुबे के करीबी अमर दुबे को शरण देने वालों की जांच में जुटी पुलिस
फोरेंंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर शुरू की जांच, ऑटोमेटिक गन व बैग भी बरामद
हमीरपुर। मौदहा कोतवाली क्षेत्र के नेशनल रोड में बुधवार को तड़के मुठभेड़ के दौरान कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों को शहीद करनेवाले दुर्दांत अपराधी विकास दुबे का साथी अमर दुबे मारा गया। इस दौरान कोतवाल मनोज कुमार शुक्ला व एसटीएफ का एक सिपाही भी घायल हो गया है। इन दोनों का अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है। पुलिस ने मौके से एक ऑटोमेटिक असलहा व बैग बरामद किया है। मारे गए बदमाश अमर दुबे पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में अमर दुबे नामजद था। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि वह मौदहा क्षेत्र के अरतरा में है। इस पर एसटीएफ टीम ने मौदहा कोतवाली पुलिस टीम के साथ इस बदमाश की घेराबंदी की जिस पर बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। उसकी गोली लगने से मौदहा कोतवाल मनोज कुमार शुक्ला व एसटीएफ के सिपाही राजीव सिंह घायल हो गये जिन्हें तत्काल अस्पताल भेजा गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अमर दुबे भी गोली लगने से घायल हो गया जिसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मौके से एक ऑटोमेटिक गन व बैग बरामद किया गया है। बैग को अभी खोला नहीं गया है। फोरेंंसिक टीम आने के बाद इसे देखा जायेगा। उन्होंने बताया कि अमर दुबे कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में नामजद था। इसे गांव में किसने शरण दी, उसकी जांच करायी जा रही है। उसे शरण देने वालों के खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी।
कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद विकास दुबे और उसके करीबी अमर दुबे समेत कई आरोपितों की धरपकड़ के लिये पुलिस की टीमें और एसटीएफ लगाई गई हैं। आज विकास दुबे के एक करीबी को मार गिराने से हमीरपुर पुलिस बड़ी कामयाबी मान रही है।