विपक्ष पर बरसे योगी आदित्यनाथ, कहा- गुलामी के निशानों को समाप्त कर विरासत का करना है सम्मान
अकबरपुर में योगी आदित्यनाथ ने की चुनावी सभा
कानपुर। अकबरपुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार देवेन्द्र सिंह भोले के पक्ष में पतारा में जनसभा कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अकबरपुर का नाम बदलना है। बार-बार अकबरपुर का नाम लेने में भी संकोच होता है। इस गुलामी के निशान को समाप्त करना है। यह नाम ही सही नहीं है और विरासत को बचाना है। आपका वोट इस नाम को ही बदल देगा। हम विकास और विरासत को साथ-साथ लेकर चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पूरे देश में एक ही आवाज गूंज रही है, 'फिर एक बार मोदी सरकार, अबकी बार 400 पार।' इस नारे ने ऐसा जादू किया है कि विपक्षी चारों खाने चित्त हो गए हैं। जब उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है तो भारत के खिलाफ साजिश में लिप्त हो गए हैं।विपक्षी दलों के बयानों को पढ़ने से स्पष्ट हो चुका है कि ये चुनाव रामभक्त और रामद्रोहियों के बीच में हैं। जो रामभक्त हैं वही राष्ट्रभक्त भी हैं। ये केवल सरकार बनाने का चुनाव नहीं है। एक तरफ मोदी जी के नेतृत्व में देश को नए और आत्मनिर्भर भारत के रूप में स्थापित किया जा रहा है, दूसरी तरफ रामद्रोही हमें जाति, क्षेत्र के नाम पर लड़ाने का काम कर रहे हैं। आतंकियों का महिमामंडन और माफिया को गले का हार बनाया जा रहा है। अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति के अधिकारों को अल्पसंख्यकों को देने की साजिश रची जा रही है।
यहां की तोप जब गरजेंगी तो कानपुर का पूरी दुनिया में होगा नाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि घाटमपुर क्षेत्र में पहले यहां तमंचे बनते थे। भाजपा सरकार में यहां डिफेंस कॉरिडोर बना और अब यहां तोप बनती हैं। जब पूरी दुनिया में यहां की तोप गरजेंगी तो कानपुर का भी नाम होगा। उन्होंने आगे कहा कि हम यहां का सर्वे करा रहे हैं। गन्ने की गुंजाइश होती है, तो शुगर कॉम्पलेक्स बनाएंगे। इसके लिए 13 तारीख को आपको ज्यादा से ज्यादा कमल के निशान पर वोट डालना है। आपका वोट विकास, सुरक्षा विरासत और देश का गौरव बढ़ाने के लिए होगा। पहले मतदान करें फिर जलपान करें का भी नारा दिया।इस दौरान यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, मंत्री प्रतिभा शुक्ला, विधायक व पूर्व मंत्री नीलिमा कटियार, विधायक सरोज कुरील, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण, अरुणा कोरी, देवेश कोरी, मनोज शुक्ला, दिनेश कुशवाहा, उपेंद्र पासवान, रामप्रकाश कुशवाहा, रमेश यादव और प्रमोद जायसवाल आदि मौजूद रहे।