मुख्यमंत्री योगी ने निरीक्षण करके बताया स्थिति नियंत्रण में, पीड़ितों को दी जा रही नियमित राहत सामग्री

Update: 2019-08-23 08:53 GMT

वाराणसी। दो दिवसीय वाराणसी दौरे के अन्तिम दिन शुक्रवार को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ गंगा में बाढ़ देखने के लिए सीधे भैसासुर घाट पहुंचे। यहां एनडीआरएफ की विशेष नौका पर सवार होकर मुख्यमंत्री ने बाढ़ की विभिषिका का जायजा लिया। वापस लौटते समय मुख्यमंत्री ने भैसासुर घाट पर एनडीआरएफ के सुरक्षा उपकरणों को भी देखा।

बाढ़ का जायजा लेने के बाद योगी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस बार बारिश अच्छी हुई है जिसकी वजह से गंगा का जलस्तर बढ़ा है। स्वाभाविक रूप से इसके चलते वरूणा नदी का भी जलस्तर बढ़ा है। नदियों में जलस्तर के बढ़ाव से तटवर्ती क्षेत्र के निचले हिस्सों में रहने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राहत के लिए एनडीआरएफ, शहर आपदा मोचन बल (सीडीआरएफ), जिला प्रशासन के लोग जुट गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि तटवर्ती क्षेत्र के निचले हिस्से में रहने वाले बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ उन्हें नियमित राहत सामग्री दी जा रही है। पूरे प्रदेश में बाढ़ पीड़ितों के लिए जिला प्रशासन के पास पर्याप्त मात्रा में नावें, राहत सामग्री, धन का इंतजाम किया गया है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ, सीडीआरएफ, पीएसी बाढ़ दल को सतर्क कर दिया गया है। बाढ़ पीड़ितों तक युद्धस्तर पर सहायता पहुंचाई जा रही है। पूरे प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। बाढ़ पीड़ित क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री सर्किट हाउस पहुंचे। फिर यहां से सीधे लखनऊ के लिए रवाना हो गये।

इसके पूर्व उन्होंने पहले दिन गुरुवार की शाम सर्किट हाउस में विकास कार्यों की प्रगति और कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी में कार्य करने का मौका मिलना सौभाग्य की बात है। इसे जिम्मेदारी से पूरा करें। पूरी दुनिया से लोग काशी आते हैं। यहां सेवा करने का मतलब है बाबा विश्वनाथ की सेवा करना। उन्होंने अफसरों से कहा कि काशी को प्रधानमंत्री की मंशा के अनुसार बेहतर बनाने में अपना योगदान दें। प्रदेश सरकार भी केंद्र की योजनाओं को सफलता से यहां लागू कर रही है। इसका अच्छा प्रभाव दिख रहा है और काशी की विश्वस्तर पर ख्याति फैली है। यहां लगातार पर्यटकों की संख्या में वृद्धि भी हुई है।

इन योजनाओं की समीक्षा की

मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में सुल्तानपुर-वाराणसी फोरलेन चौड़ीकरण, वाराणसी गाजीपुर फोरलेन चौड़ीकरण, वाराणसी रिंग रोड फेज-2, शहरी गैस वितरण योजना, कन्वेंशन सेंटर, वैदिक विज्ञान केंद्र, रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ आफर्थल्मोलॉजी, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, बीएचयू कैंसर इंस्टिट्यूट के आवासीय भवन, 100 शैय्यायुक्त मेटरनिटी विंग, रामनगर चिकित्सालय के उच्चीकरण, पांडेपुर चिकित्सालय निर्माण, सीस वरुणा, स्मार्ट सिटी के अंतर्गत कान्हा उपवन, स्किल डेवलपमेंट सेंटर निर्माण, विभिन्न वाहन पार्किंग, सारनाथ में प्रकाश शो, गंगा प्रदूषण नियंत्रण के कार्यों, पुल निर्माण कार्य, विभिन्न सड़कों के चौड़ीकरण कार्य, आईटीआई राजातालाब, वरुणा नदी चैनेलाइजेशन आदि की बिंदुवार प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने विकास कार्य समयबद्ध व गुणवत्ता से पूरे करने की हिदायत भी दी। उन्होंने दो टूक कहा कि लापरवाही में कार्यदाई संस्था व ठेकेदार दोनों के विरुद्ध एफआईआर कर कार्रवाई होगी। ठेका लेकर कार्य नहीं करने वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट के साथ एफआईआर की जाएगी। बैठक में मुख्यमंत्री ने पीएसी की नाव को सीएनजी से सफलता से चलाकर दूसरी नाव को सीएनजी में परिवर्तित करने का निर्देश भी दिया। मुख्यमंत्री ने शाही नाला की सफाई एवं अन्य सीवर संबंधी कार्यों में गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा कार्यों में तेजी न लाए जाने पर नाराजगी जताई।

उन्होंने कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की पैरवी हो। हर सप्ताह कोई ना कोई अभियान जैसे यातायात जागरुकता, सड़क सुरक्षा, एंटी रोमियो, बालिका सुरक्षा जागरुकता, मादक द्रव्य विरोधी आदि चलाने का निर्देश दिया। इससे लोगों में जागरुकता बढ़ेगी तथा अपराधों पर अंकुश लगेगा। बैठक में मुख्यमंत्री ने जनपद में क्रियान्वित विभिन्न ग्रामीण विकास कार्यक्रमों जल शक्ति अभियान, स्कूलों के कायाकल्प, मत्स्य पालन आदि कार्यों की सराहना की।

बैठक में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार नीलकंठ तिवारी, राज्य मंत्री रविंद्र जयसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर, महापौर मृदुला जायसवाल, एमएलसी अशोक धवन, एमएलसी केदारनाथ सिंह, विधायक कैंट सौरभ श्रीवास्तव, विधायक सेवापुरी नीलरतन पटेल, विधायक रोहनिया सुरेंद्र नारायण सिंह, एडीजी बृजभूषण, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, आईजी विजय सिंह मीणा, जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह, एसएसपी आनंद कुलकर्णी, मुख्य विकास अधिकारी गौरांग राठी आदि मौजूद रहे।

दर्शन पूजन कर स्थलीय कार्यों का निरीक्षण किया

मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के बाद कालभैरव और बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। दर्शन पूजन के बाद विश्वनाथ कॉरिडोर का निरीक्षण किया। यहां कार्य में देर होने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। यहां से मुख्यमंत्री सीधे नगर निगम पहुंचे। यहां उन्होंने कन्वेंशन सेंटर रूद्राक्ष का अवलोकन किया। यहां से मुख्यमंत्री बीएचयू पहुंचे। उन्होंने यहां सुपर स्पेशियलिटी काम्लेक्स और वैदिक विज्ञान केन्द्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यहां कार्य की प्रगति को अफसरों से जाना और तय समय पर पूरा कार्य करने का निर्देश दिया।

Tags:    

Similar News