वाराणसी: कोविड मरीज़ो को शुक्रवार से बड़ी राहत मिलेगी
इस प्लांट के उत्पादन से करीब 120 बेड़ो तक सीधे ऑक्सीजन मिलेगा। ये प्लांट क़रीब आठ दिनों में बन कर तैयार हो गया है। ये प्लांट शुक्रवार से मरीजों को ऑक्सीजन रूपी संजीवनी का उत्पादन करने लगेगा।
वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के लगातर निर्देशन प्रयास व प्रेरणा से वाराणसी में अब तेजी से ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ने लगा है। इंडियन इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने एक बड़ी राशि देकर 650 एलपीएम (लीटर पर मिनट ) का पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में प्लांट लगवाया है। इस प्लांट के उत्पादन से करीब 120 बेड़ो तक सीधे ऑक्सीजन मिलेगा। ये प्लांट क़रीब आठ दिनों में बन कर तैयार हो गया है। ये प्लांट शुक्रवार से मरीजों को ऑक्सीजन रूपी संजीवनी का उत्पादन करने लगेगा।
वाराणसी के जिला अस्पताल में शुक्रवार से 120 बेड़ो पर ऑक्सीजन मिलना शुरू हो जायेगा। जिससे वाराणसी में कोविड़ मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। 650 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में लग कर तैयार हो गया है। पूर्वांचल से बड़ी तादात में मरीज इस अस्पताल में आते है। ज़िलाधिकारी वाराणसी कौशल राज शर्मा ने बताया कि दीनदयाल अस्पताल में 203 बेड है। इस ऑक्सीजन प्लांट के शुरू होने से 120 बेड़ो पर ऑक्सीजन मिलने लगेगा। जिससे सिलिंडर को दूसरे जनपद में भेज कर भरवाने की समस्या से निजात मिलेगा।
इंडियन इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व शहर के प्रमुख उद्यमी आरके चौधरी ने इस प्लांट के लिए बड़ी राशी डोनेट की है। उनका कहना है। ये समय आपदा का है हमने अपने कर्तव्य को निभाया है। जिससे हर जरूतरत मंद लोगो का समुचित इलाज हो सके। आरके चौधरी ने बताया की योगी सरकार व उनके अधिकारियों ने बड़े ही तत्परता से सभी औपचारिकता को पूरा करते हुए रिकॉर्ड समय में इस प्लांट को औरंगाबाद से मंगवाया और इंस्टाल करवाया है।
प्लांट को इंस्टाल कर रहे इंजीनियर प्रदीप ने बताया की आईएसओ का ये प्लांट वातावरण से ऑक्सीजन लेकर उसे प्रोसेस करके मरीजों को ऑक्सीजन लेने लायक बनता है। औरंगाबाद से आये इस प्लांट में भारतीय यूएस व जर्मनी के पार्ट्स हैं। इंजीनियर ने बताया कि प्लांट पूरी तरह स्टाल हो चूका है। फ्लशिंग का काम चल रहा जो 12 से 14 घंटे तक चलेगा। इसके बाद शुक्रवार से प्लांट ऑक्सीजन देने लगेगा।