अब बीएचयू में वीर सावरकर की फोटो के साथ हुई छेड़छाड़
-छात्रों में आक्रोश को देखते हुए विभागीय जांच कमेटी गठित, जांच के बाद सौंपेगी रिपोर्ट
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में वीर सावरकर की फोटो के साथ छेड़छाड़ और उस पर कालिख पोतने को लेकर युवाओं में आक्रोश गहराता जा रहा है। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोमवार की देर शाम इस मामले की विभागीय जांच के लिए टीम गठित कर दी है। तीन सदस्यीय टीम घटना की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय परिसर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
विश्वविद्यालय के राजनीति विभाग के कक्ष संख्या 103 में वीर सावरकर की लगी फोटो सोमवार को कुछ शरारती तत्वों ने दीवार से उखाड़ दी और उस पर कालिख पोतकर जमीन पर फेंक दिया। कक्षा में आये छात्रों ने जब वीर सावरकर की फोटो जमीन पर पड़ी देखी तो भड़क गये। नाराज छात्रों के साथ छात्रनेता डॉ. अरूण चौबे, अधोक्षज पांडेय, अभय सिंह, अनिमेष पांडेय ने विभागाध्यक्ष, डीन और विश्वविद्यालय प्रशासन के अफसरों से मिलकर नाराजगी जताई। छात्रों के आक्रोश को देख विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार उपाध्याय ने वीर सावरकर की नई फोटो लगवा दी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले की गम्भीरता देख विभागीय जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित करके रिपोर्ट मांगी है।
मंगलवार को छात्रनेता डॉ. अरूण चौबे, अभय प्रताप सिंह ने इस घटना की कड़ी निंदा करके 'हिन्दुस्थान समाचार' से बातचीत में आरोप लगाया कि इस घटना को वामपंथी छात्र संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने अंजाम दिया है। इन संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता पूरे देश में ऐसा कुकृत्य कर रहे हैं। इन संगठनों ने जेएनयू में स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ करके देश के गौरव को धूमिल किया है। अब ऐसे तत्वों को चिन्हित करके इनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जरूरत है।
बीएचयू के राजनीति विभाग में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर और वीर सावरकर सहित कई महापुरुषों के चित्र लगे हुए हैं। विभाग की सभी कक्षाओं में तीन वर्ष पहले छात्रों और शिक्षकों के सहयोग से इन महापुरुषों के चित्रों को लगाया गया था।