आन्दोलनकारियों के साथ कांग्रेस, सत्ता में आने पर मुकदमा भी होगा खत्म : प्रियंका गांधी
- सीएए के विरोध में जेल जाने वालों का मुकदमा कांग्रेस लड़ेगी
वाराणसी। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में जेल जाने वालों का मुकदमा पार्टी लड़ेगी। आन्दोलनकारियों के साथ उनकी पार्टी खड़ी है। कांग्रेस की सरकार बनने पर सभी कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमें खत्म किए जाएंगे।
शुक्रवार को वाराणसी आई प्रियंका रामघाट पर स्थित श्रीमठ में सीएए के विरोध के दाैरान जेल भेजे गये सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्रों से मिली। कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान प्रियंका वाड्रा ने उनका हौसला बढ़ाते हुए कहा कि कांग्रेस एक ऐसी लीगल सेल बनाएगी जो सीएए के विरोध में देशभर में जेल जाने वाले लोगों को मुकदमा लड़ने में विधिक सहायता दे सके। उन्होंने कहा जो कानून हमारे लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना को चुनौती देते नजर आते हैं, हमें सड़क पर उतर कर उनका विरोध करने से डरना नही चाहिए। प्रियंका ने कहा कि सीएए लोकतंत्र विरोधी है। एनआरसी का भी उद्देश्य देश के संविधान की मूल आत्मा के खिलाफ है। कांग्रेस देश के लोकतंत्र और संविधान को मजबूती देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो किया है, वह संविधान और देश को तोड़ने वाला है। पुलिस ने सीएए का विरोध कर रहे छात्रों से दुर्व्यवहार किया और गलत धाराएं लगाईं। पीड़ित युवा विश्वविद्यालयों के छात्र हैं न कि दंगाई, छात्र शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे।
संवाद के दौरान प्रियंका ने मासूम चंपक की मां एकता शेखर और पिता रवि शेखर से बातचीत कर उनकी हौसला आफजाई की और पूछा कि पुलिस अधिकारियों का कैसा बर्ताव रहा। इस दौरान प्रियंका ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई के जीते पदाधिकारियों से मुलाकात कर उनका उत्साह भी बढ़ाया।
दौरे की शुरुआत रविदास मंदिर और समापन काशी विश्वनाथ मंदिर से किया
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने वाराणसी में अपने दौरे की शुरुआत राजघाट भैसासुरघाट स्थित संत रविदास मंदिर में मत्था टेक कर की। मंदिर में विधि विधान से दर्शन पूजन के बाद प्रियंका ने कहा कि बहुत दिनों से यहां आने की इच्छा थी, जो पूरी हुई। मंदिर के प्रबंधक सतीश कुमार ने इस दौरान अंगवस्त्रम, स्मृति चिन्ह और पत्रिकाएं भी प्रियंका को भेंट की। यहां सतीश कुमार की पत्नी बसंती देवी ने प्रियंका को अपने हाथ से मिठाई खिलाई। प्रियंका ने मंदिर के विजिटर बुक में भी हस्ताक्षर किये। प्रियंका यहां से स्टीमर से रामघाट पहुंची और जेल में बंद रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद स्टीमर से ललिताघाट पहुंची और बाबा विश्वनाथ दरबार में विधिवत हाजिरी लगाई। इसके पहले प्रियंका ने काशी विश्वनाथ कारिडोर को भी देखा। यहां से लौटते समय मंदिर परिक्षेत्र में ही प्रियंका ने सुरक्षा घेरा तोड़कर महाराष्ट्र के तीर्थ यात्रियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओंं से हाथ भी मिलाया। यहां पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में प्रियंका ने बताया कि वाराणसी में सीएए के विरोध में प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार हुए लोगों व छात्रों से मुलाकात की उनकी बातें सुनी। उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वालों के साथ प्रशासन व सरकार ने अन्याय किया है, उन पर गम्भीर धाराएं लगाई और उन्हें 15 दिनों तक जेल में बंद रखा जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि आंदोलनकारियों ने इतना संघर्ष किया। सरकार जो कर रही है वह संविधान के खिलाफ है।
प्रदेश अध्यक्ष फिसल कर गिरे, कार्यकर्ताओं में झड़प
प्रियंका गांधी के साथ वाराणसी आये कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू भैसासुरघाट पर स्टीमर पर चढ़ने के दौरान कार्यकर्ताओं के धक्कामुक्की के चलते फिसल कर पानी में गिर गये। यह देख वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों और कार्यकर्ताओं ने उन्हें स्टीमर पर चढ़ाया। धक्कामुक्की और स्टीमर पर भीड़ देख प्रियंका की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवानों ने कई कार्यकर्ताओं को उतार दिया।
कार्यकर्ताओं ने जमकर किया उत्पात, आपस में झड़प भी
पंचगंगा घाट और राजघाट पर प्रियंका गांधी से मिलने गये कार्यकर्ता रोके जाने पर नाराज होकर आपस में ही भिड़ गये और वहां जमकर उत्पात भी मचाया जिससे थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाया कि वे उन्हें प्रियंका से मिलने नहीं दे रहे। नाराज कार्यकर्ता इतने पर भी नहीं रूके और राजघाट पर प्रियंका से मिलने के लिए जमकर धक्कामुक्की भी की। राजघाट पर ही प्रियंका को देखने के चक्कर में कई कार्यकर्ता बुधना नामक वृद्धा की चौकी पर चढ़ गये। भार का दबाब बढ़ने पर चौकी टूट गई, यह देख वृद्धा और उसकी नातिन रोने लगी। यह देख आसपास के लोग भी नाराज हो गये। मामला बिगड़ता देख पार्टी के नेता पार्षद सीताराम केशरी ने चौकी बनवाने का भरोसा दिया तब जाकर बुधना शान्त हुई। काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के बाहर भी प्रियंका से मिलने आये कार्यकर्ताओं ने धक्कामुक्की की। यह सिलसिला प्रियंका के जाने के दौरान बाबतपुर एयरपोर्ट पर कायम रहा। यहां भी जवान एयरपोर्ट के सुरक्षा कर्मियों से धक्कामुक्की करते देखे गये।
वाराणसी पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत
एक दिवसीय वाराणसी दौरे पर आई प्रियंका गांधी का कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। बाबतपुर एयरपोर्ट से वाराणसी शहर में आने के मार्ग में कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह स्वागत किया। प्रियंका का स्वागत करने वालों में सांसद राजेश मिश्रा, पूर्व विधायक अजय राय, पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह, आदर्श मिश्र बाबा, जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, मेवालाल बागी आदि शामिल रहे। हरहुआ और व्यासबाग में प्रियंका गांधी का स्वागत ढोल नगाड़े की थाप पर किया गया।