मलेरिया दवा की खोज कर रही है पूरी दुनिया

Update: 2020-04-09 08:16 GMT

वाराणसी। कोराना वायरस के इलाज में जिस हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा का उपयोग किए जाने का दावा है और विश्वभर से इसकी मांग की जा रही है, उसका बड़ा स्टॉक बनारस में उपलब्ध है। फिलहाल दो लाख टैबलेट हैं और डिमांड को देखते हुए 10 लाख टैबलेट और मंगाई जा रही है। डीलर को ये निर्देश दे दिया गया है कि इस दवाई को सामान्य लोगों को नहीं देंगे।

जो कंपनी हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा बनाती है। उसका वाराणसी में एक डिपो है। यहीं से पूरे पूर्वांचल में इस दवाई की सप्लाई होती है। इंटरनेशनल मार्केट में इन दिनों इस इस दवाई की डिमांड बढ़ गई है। इस कारण हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन को स्टॉक में रख दिया गया है। डीलर बिना लाइसेंस किसी को भी यह दवा नहीं दे रहे हैं। डीएम कौशल राज शर्मा भी इस दवा को लेकर काफी सख्त हो गए हैं। हर रोज इस हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन के स्टॉक की स्थिति डीएम को बताई जाती है। हालांकि अभी तक वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल स्थिति काफी सामान्य है। अगर हालात चिंताजनक हुए तो इस दवा की डिमांड बढ़ जाएगी। इस मामले में केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन के जिला अध्यक्ष मनोज खन्ना ने बताया कि अभी हम लोगों के पास दो लाख गोली का स्टॉक है। 10 लाख की और डिमांड की गई है।

ये दवा एंटी मलेरिया ड्रग क्लोरोक्वीन से अलग है। इस दवा को मलेरिया के उपचार में तो इस्तेमाल किया ही जाता है, साथ ही इसका प्रयोग आर्थराइटिस के उपचार में भी होता है। पिछले दिनों भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने संक्रमण के उपचार के लिए इस दवाई के उपयोग का सुझाव दिया था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस दवा का आविष्कार किया गया था।

अमेरिका को भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात को मंजूरी दी थी। भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की मंजूरी मिलने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जमकर भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। ट्रंप ने कोरोना के इलाज में कारगर माने जा रहे मेलेरिया की दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भारत द्वारा दिए जाने के बाद कहा कि अमेरिका इस मदद को कभी नहीं भुला पाएगा। उन्होंने भारत, भारत के लोगों और पीएम मोदी को इसके लिए धन्यवाद दिया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, 'डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने हमारे अनुरोध को मंजूरी दी। वह बड़े दिल वाले हैं। हम इस मदद को हमेशा याद रखेंगे।'

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया को संबोधित कर कहा था कि अगर भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा सप्लाई करता है तो ठीक, वरना हम जवाबी कार्रवाई करेंगे। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा मलेरिया के लिए होता है, जिसका भारत प्रमुख निर्यातक रहा है।

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