वे पंद्रह दिन

4 अगस्त 1947 का वो काला दिन
3 अगस्त 1947 का वो तीसरा दिन
2 अगस्त 1947 का वो दूसरा दिन
1 अगस्त 1947 का वो पहला दिन
हमारा लोकतंत्र पाताल से भी गहरा है, भारतीयता विदेशी चश्मे से नहीं दिखेगी...