बिहार में शीतकालीन सत्र शुरू, शोक प्रस्ताव के बाद विधानसभा कल तक स्थगित
पटना। बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने के साथ-साथ सदन में शोक सभा भी रखी गई। इसी बीच शोक सभा में भाकपा-माले के नेता हंगामा करने लगे। बिहार विधानसभा में शोक प्रस्ताव के दौरान भाकपा-माले ने गाजापट्टी पर हमले में मारे गए लोगों के लिए श्रद्धांजलि देने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने उनसे शांत रहने की अपील की। माले के विधायक सदन में ही हंगामा करने लगे। ऐसे में विस अध्यक्ष ने दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी है।
सत्र शुरू होने के पहले दिन बिहार विधानसभा के दिवंगत सदस्यों के लिए शोक सभा आयोजित की जाती है। इस दौरान सभी सदस्यों को शोक प्रकट किया जाता है। ऐसे में आज भी सदन के अंदर शोक संवेदना प्रकट की जा रही थी। इस दौरान माले के विधायक अपने जगह पर खड़े हो गए और सदन के अंदर नारेबाजी करते हुए यह कहने लगे कि गाजा में मारे गए लोगों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की जाए। उसके बाद विस अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने उन लोगों से शांत रहने की अपील की लेकिन उसके बावजूद वह लोग लगातार नारेबाजी करते रहे। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी है।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। इस सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें होंगी। इस दौरान सरकार कई विधेयक भी पास कराएगी। 6 नवंबर से शुरू होकर 10 नवंबर तक चलने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी दल सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने तैयारी में हैं। जातीय गणना और शिक्षक बहाली को लेकर सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। उसके अलावा शिक्षक बहाली का मुद्दा उठेगा।