मुंबई। अनिल धीरूभाई अंबानी ने कंपनी अधिनियम के प्रावधानों का अनुपालन करते हुए रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड (आरएनएवीएएल) के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है। शनिवार को रिलायंस कंपनी की ओर से बैठक आयोजित की गई थी। शनिवार देर शाम को बाजार नियामक को भेजे गए पत्र में रिलाइंस ने इस्तीफे की जानकारी दी।
आरएनएवीएएल की ओर से कंपनी सचिव परेश राठौड़ ने शेयर बाजार को भेजे गए पत्र में बताया है कि अनिल अंबानी ने कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 165 के प्रावधानों का अनुपालन करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस प्रावधान के तहत कोई एक व्यक्ति एक समय में बाजार में सूचीबद्ध 10 कंपनियों से अधिक में निदेशक नहीं रह सकता।
साल 2015 में पिपावाव डिफेंस एंड ऑफशोर इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड का अधिग्रहण करने के बाद अंबानी ने रक्षा निर्माण क्षेत्र में कदम रखा था। पिपावाव पर बैंकों और निवेशकों का लगभग 7500 करोड़ रुपये का कर्ज था। आईडीबीआई बैंक सबसे बड़ा कर्जदाता बैंक था। उनकी रिलायंस नेवल देश की सबसे बड़ी एकीकृत पोत निर्माण कंपनी है। उसके पास युद्धपोत बनाने का लाइसेंस और ठेका है। बता दें कि रॉफेल डील मामले में अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस ग्रुप से संबंधित रिलायंस डिफेंस, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर की ओर से कांग्रेस के खिलाफ सिविल डिफैमेशन सूट दाखिल किया गया है।