नईदिल्ली। कोरोना संक्रमण से प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए विकसित की गई दवा 2 डीजी (2 डी ऑक्सी डी ग्लूकोज) की कीमत का निर्धारण कर दिया गया है। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए इस दवा को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है। दवा का उत्पादन फिलहाल फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज कर रही है। दवा बनाने वाली इस कंपनी ने 2 डीजी के हर सैशे (छोटा पाउच) की कीमत 990 रुपये तय की है। हालांकि ये दवा सरकारी अस्पतालों के साथ ही केंद्र और राज्य की सरकारों को कम कीमत पर डिस्काउंट के साथ उपलब्ध कराई जाएगी। दवा 2 डीजी के जून के मध्य से बाजार में उपलब्ध हो जाने की उम्मीद की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि भारत में दवा निर्माण क्षेत्र की नियामक संस्था ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने कोरोना के इलाज के लिए इस दवा के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। 2 डीजी मुंह से ले जाने वाली (ओरल ड्रग) एक एंटी कोरोना दवा है, जिसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से कोरोना मरीजों के इलाज के लिए किया जा सकता है।
डीआरडीओ की प्रयोगशाला -
इस दवा के संबंध में उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक डीआरडीओ की प्रयोगशाला में तैयार की गई इस दवा का व्यावसायिक तौर पर डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्री उत्पादन कर रही है। जून के पहले पखवाड़े के अंत तक यानी महीने के मध्य तक इस दवा के बाजार में आ जाने की उम्मीद की जा रही है। माना जा रहा है कि दवा का व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो जाने और बाजार में उपलब्ध हो जाने के बाद कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर आसानी से काबू पाया जा सकेगा।
एम्स और एएफएमसी -
फिलहाल इस दवा की डीआरडीओ के अस्पतालों के साथ ही एम्स और एएफएमसी (ऑर्म्स फोर्सेज मेडिकल कॉलेज) में सीमित मात्रा में आपूर्ति की जा रही है। लेकिन जून के पहले पखवाड़े के बाद इस दवा की सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को उनकी जरूरत के अनुरूप सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। इसके साथ ही देश के आम दवा विक्रेताओं को भी ये दवा उनके ऑर्डर के हिसाब से मिलने लगेगी। डीआरडीओ के इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड अप्लाइड साइंस (आईएनएमएएस) के वैज्ञानिकों ने कोरोना के इलाज के लिए इस दवा का फार्मूला तैयार किया है। ग्लूकोज के फॉर्म में तैयार की गई ये दवा कोरोना के लिए जिम्मेदार वायरस को निष्क्रिय कर खत्म कर देती है। इस दवा को कोरोना के इलाज में काफी कारगर पाया गया है।