नई दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार डिडिटल इंडिया अभियान तो चलाती है पर जब उससे आंकड़े मांगे जाते हैं तो वह हाथ उठा लेती है।
शुक्रवार को मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए माकपा के मोहम्मद सलीम ने कहा कि केंद्र सरकार बड़े-बड़े विज्ञापनों और होर्डिंग्स के जरिए डिजिटल इंडिया की बात करती है पर असल में इसके पास कोई आंकड़े नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान कितनी मुद्रा बैंकों में जमा हुई, इस बारे में पूछने पर सरकार का जवाब होता है कि इसके आंकड़े नहीं हैं। कितने लोगों को रोजागार मिला इस बारे में भी सरकार आंकड़े न होने की बात करती है। सरकार ने सत्ता में आने से पहले दावा किया था कि वह कालाधन वापस लाएगी, इस बारे में पूछने पर सरकार का जवाब होता है कि आंकड़े नहीं हैं।
माकपा नेता ने कहा कि सरकार का दावा है कि आजादी के बाद 70 साल में इस देश की सरकारों ने कुछ नहीं किया औऱ महज चार साल में इस सरकार ने बहुत कुछ कर दिखाया। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि उसने कश्मीर में पंडितों को घर वापसी की बात कही थी, पर असल में कश्मीर के हालात इस सरकार में और खराब हुए। उन्होंने कहा कि आज सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण नोटबंदी से पहले जितनी मुद्रा बाजार में थी, उससे ज्यादा आज है।