नई दिल्ली। भारत ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी), अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास बिना उकसावे के पाकिस्तानी बलों द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर पाकिस्तान से कड़ा विरोध जताया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस साल जून तक पाकिस्तान की ओर से बिना किसी उकसावे के की गई संघर्ष विराम उल्लंघन की 2,432 घटनाओं में 14 भारतीयों की मौत हो गई और 88 लोग घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि बिना उकसावे के किया जा रहा यह संघर्ष विराम उल्लंघन दोनों देशों के बीच हुए 2003 संघर्ष विराम समझौते के विरूद्ध है। सूत्रों ने बताया कि भारत ने सीमा पार से घुसपैठ में आतंकवादियों की पाकिस्तानी बलों द्वारा मदद को लेकर भी पाकिस्तान के समक्ष गंभीर चिंताएं व्यक्त की है।
सूत्र ने कहा, 'हमने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बिना किसी उकसावे के पाकिस्तानी बलों द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।' सूत्रों ने बताया कि महानिदेशक सैन्य संचालन सहित अन्य के जरिए इन चिंताओं को साझा करने के बावजूद पाकिस्तानी बलों ने इन गतिविधियों को बंद नहीं किया है।'
भारतीय सेना ने गुरुवार को पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार जवाबी हमले में पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के रखचिकरी इलाके में पाकिस्तानी सेना के दो जवानों को ढेर कर दिया था। नॉर्दर्न कमांड के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा था कि पुंछ जिले के कस्बा, किरनी और शाहपुर सेक्टर में पाकिस्तान के संघर्षविराम उल्लंघन का करारा जवाब दिया गया। भारतीय सेना ने रखचिकरी इलाके में पाकिस्तानी सेना के पोस्ट पर जबरदस्त फायरिंग की, जिसका नतीजा यह हुआ कि 10 बलूच रेजिमेंट के दो पाकिस्तानी जवान मारे गए थे।