मैसूर। इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ऐतिहासिक शहर मैसूर में आयोजित किया जाएगा। इस भव्य कार्यक्रम का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। कोरोना के कारण पिछले दो साल कोरोना का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से हुआ था। आयुष मंत्री सर्बानंद सोणोवाल ने सोमवार को प्रेसवार्ता में बताया कि इस साल भारत सरकार की कोशिश है कि योग गांव-गांव तक पहुंचे और तमाम ग्राम पंचायत को इस खास मुहिम से जोड़ा जाए।
उन्होंने कहा कि इस बार योग से पूरी दुनिया को ही नहीं बल्कि अपने गांवों को भी योग करने के लिए सक्रिय रूप से प्रेरित करेंगे और सांसदों को भी अपने अपने क्षेत्र में योग करने की अपील की जाएगी। उन्होंने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष में होने की वजह से आयुष मंत्रालय ने देश भर के 75 ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों पर एक साथ योग प्रदर्शन करने की योजना बनाई है ताकि वैश्विक स्तर पर देश की ब्रांडिंग हो सके और लोगों का ध्यान इन महत्वपूर्ण स्थलों की और भी आकर्षित किया जा सके।
गार्जियन रिंग होगा आकर्षण -
इसके अलावा विश्व योग दिवस पर गार्जियन रिंग सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र होगा। यह विदेशों में भारतीय मिशनों द्वारा आयोजित आईडीवाई कार्यक्रमों की डिजीटल फीड को एक साथ कैप्चर करेगा। इसकी शुरुआत जापान से होगी जहां सबसे पहले सूर्य उदय होता है। इस आकर्षण के लिए कई देशों से संपर्क किया जा रहा है।
27 मई को हैदराबाद में होगा योग अभ्यास -
इस कड़ी में 27 मई को हैदराबाद में योग अभ्यास होगा। जिसमें लगभग 10 हजार लोग शामिल होंगे। कार्यक्रम में तेलंगाना के राज्यपाल, कई केन्द्रीय मंत्री, फिल्मी सितारे सहित कई लोग होंगे शामिल।