नईदिल्ली। पंजाब कांग्रेस में चल रही रार मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद भी नहीं थम रही है।जिसके बाद पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करने वाले गांधी परिवार के सामने संकट खड़ा हो गया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व के फैसलों और सिद्धू के कदम पर सवाल उठाना शुरू कर दिए है। पार्टी में कन्हैया कुमार के शामिल होने का विरोध करने वाले मनीष तिवारी ने आज पंजाब के सियासी हालातों पर चिंता जाहिर की है।
पंजाब से कांग्रेस के लोसभा सांसद मनिष तिवारी ने सिद्धू का नाम लिए बगैर कहा की मुझे ये बात कहने में बिल्कुल भी संकोच नही है कि जिन लोगों को ज़िम्मेदारी दी गई थी। वो पंजाब को समझ नहीं पाए। चुनाव एक पहलू है पर राष्ट्र हित दूसरा पहलू है। पंजाब की राजनीतिक स्थिरता को बहाल करने की ज़रूरत है। पंजाब में जो घटनाक्रम पिछले कुछ दिनों में घटा, वो दुर्भाग्यपूर्ण था।अगर पंजाब की अस्थिरता पर किसी को खुशी है तो वो पाकिस्तान को है। उनको लगता है कि पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है तो उनको फिर अपने काले मंसूबों को अंजाम देने का एक और मौका मिलेगा।
सिद्धू के बाद इस्तीफों की झड़ी -
वहीं सिद्धू के इस्तीफे के सवाल पर तिवारी ने कहा कि यह तो सिद्धू ही जवाब दे सकते हैं। मैं न तो किसी स्थिति में हूं और न ही ऐसे प्रश्न पर कोई अनुमान लगाना चाहूंगा। बता दें कि मंगलवार को सिद्धू ने कांग्रेस पंजाब अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर नया बवाल खड़ा कर दिया है। सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब कांग्रेस में इस्तीफों की एक झड़ी लग गई।