राहुल गांधी ने 'टूर ऑफ ड्यूटी' पर तंज कसा, कहा - पर्यटन स्थल नहीं है भारतीय सेना
नईदिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सेना में 'टूर ऑफ ड्यूटी' के प्रस्ताव पर आपत्ति जताते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि शायद वो भूल गए हैं कि भारतीय सेना लड़ाकू फोर्स है, कोई पर्यटन स्थल नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार तीन साल के लिए अस्थायी भर्ती प्रक्रिया को लाकर सेना और जवानों की निष्ठा से मजाक कर रही है।
राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट के जरिए सरकार के तीन साल के लिए अस्थायी भर्ती प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होने लिखा है कि "याद कीजिए रडार के बारे में, जिन्होंने भारतीय वायुसेना को समझाया था, 'टूर ऑफ ड्यूटी' भी उसी दिमाग की उपज है। भारतीय सेना एक लड़ाकू बल है, पर्यटन स्थल नहीं है।"
दरअसल, भारतीय सेना ने इसी साल मई में भर्ती को लेकर 'टूर ऑफ ड्यूटी' मॉडल का प्रस्ताव रखा था। इसमें युवाओं को तीन साल के लिए स्वेच्छा से अस्थायी तौर पर सेना में शामिल होने का मौका मिलेगा। इसका उद्देश्य सेना में भर्ती के लिए ज्यादा से ज्यादा युवाओं को आकर्षित करना, अधिकारियों की रिक्तियां भरना और 'वन रैंक, वन पेंशन' (ओआरओपी) योजना लागू होने से बढ़े रक्षा पेंशन के बोझ को घटाना है। इस अस्थायी भर्ती प्रक्रिया से करीब 40 फीसदी भर्तियां संभव होंगी। इसी को लेकर राहुल गांधी आपत्ति जता रहे हैं।