नई दिल्ली। 1984 के सिख विरोधी दंगों के बंद 186 मामलों की दो सदस्यीय एसआईटी दोबारा जांच करेगी। इस एसआईटी के सदस्य हैं रिटायर्ड हाईकोर्ट जज एस एन ढींगरा और आईपीएस अभिषेक दुलार। पिछले 11 जनवरी में सुप्रीम कोर्ट ने 3 सदस्यीय एसआईटी से जांच का आदेश दिया था। इसमें पूर्व आईपीएस राजदीप सिंह भी थे। लेकिन उन्होंने निजी कारणों से असमर्थता जताई थी। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले 3 दिसम्बर को कहा था कि वह तीन जजों की बेंच के पुराने आदेश को संशोधित करेगा।
केंद्र सरकार ने बंद किये गए 186 केस की फिर से जांच के लिए गठित एसआईटी में रिटायर्ड आईपीएस अफसर राजदीप सिंह की असहमति के बाद, उनकी जगह पर तेलंगाना के 1980 बैच के आईपीएस एन आर वासन के नाम का सुझाव दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर्ड जजों की बनाई गई कमेटी द्वारा 6 दिसम्बर 2017 को सौंपे गए रिपोर्ट को देखने के बाद कहा था कि उसके द्वारा नियुक्त कमेटी के मुताबिक 241 सिख विरोधी दंगों के मामलों में से 186 को बिना जांच के ही बंद कर दिया गया।