सोनिया गांधी ने नाराज नेताओं को मनाने बुलाई बैठक, सामांजस्य बनाने की होगी कोशिश
नईदिल्ली। कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के बीच पार्टी की रणनीति तैयार करने के लिए शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है। इस बैठक में नाराज चल रहे शीर्ष नेताओं को भी बुलाया गया है।जिन्होंने हाल ही में चिट्ठी लिखकर पार्टी में वरिष्ठ नेतृत्व और स्थाई अध्यक्ष को लेकर चिंता जताई थी। माना जा रहा है की इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पत्र लिखने वाले नेताओं के बीच सामंजस्य के लिए प्रयास किए जाएंगे।
कांग्रेस महासचिव ने बताया कि सोनिया गांधी अगले 10 दिनों तक पार्टी के नेताओं से अपने निवास पर चर्चा करेंगी। उन्होंने कहा की कोरोना महामारी से उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों के कारण सोनिया गांधी शारीरिक रूप से लोगों से नहीं मिल पा रही थीं। कल से वह पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगी और विभिन्न संगठनात्मक गतिविधियों और किसानों के आंदोलन, संसद के शीतकालीन सत्र को रद्द करने जैसे विभिन्न मुद्दों पर निर्णय लेंगी। उन्होंने कहा कीभारत के लोगों के लिए लड़ना पार्टी की परंपरा रही है।
गठबंधन पर चर्चा -
बताया जा रहा है की बैठक में आगामी पश्चिम बंगाल, असम और तमिलनाडु में होने वाले चुनावों के लिए गठबंधन के संभावित गठन पर भी चर्चा होगी। सोनिया गांधी सभी नेताओं की बात सुनने के बाद गठबंधन पर अंतिम निर्णय लेंगी।इस दौरान वह केंद्र सरकार द्वारा पार्टी के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ संसद के शीतकालीन सत्र को खत्म करने पर भी चर्चा करेंगी।
ये नेता होंगे शामिल -
इस बैठक में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, लोकसभा सांसद शशि थरूर, पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अजय माकन शामिल होंगे। वहीँ उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पंजाब कैबिनेट में बदलाव और किसान आंदोलन और लोकसभा सांसद शशि थरूर के साथ केरल में स्थानीय निकाय चुनावों के परिणामों पर चर्चा करेंगे।