नई दिल्ली। वैश्विक रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने भी चालू वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था में 5 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया है। बता दें कि इससे पहले मूडीज के बाद इसी हफ्ते रेटिंग एजेंसी फिच और क्रिसिल ने भी देश की अर्थव्यवस्था में 5 फीसदी संकुचन का अनुमान जताया था। लेकिन मूडीज ने 3.1 फीसदी गिरावट की संभावना जताई है।
एसएंडपी ने शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था गहरे संकट में है। कोविड-19 की रोकथाम में आ रही दिक्कतों, कमजोर नीतिगत प्रक्रिया और अन्य कमजोरियों खासकर वित्तीय क्षेत्र की दिक्कतों की वजह से चालू वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था में 5 फीसदी की गिरावट आएगी। हालांकि, अगले वित्त वर्ष 2021-22 में अर्थव्यवस्था की स्थिति सुधरेगी।
रेटिंग एजेंसी एसएंडपी की 'संतुलन खाते में मंदी से एशिया-प्रशांत का नुकसान 3 हजार अरब डॉलर के पास' शीर्षक की जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में 1.3 फीसदी की गिरावट आएगी। हालांकि, 2021 में क्षेत्र की अर्थव्यवस्था 6.9 फीसदी की दर से बढ़ेगी। इसका मतबल है कि इन 2 सालों में क्षेत्र को करीब 3 हजार अरब डॉलर के उत्पादन का नुकसान होगा।
ग्लोबल रेटिंग्स एसएंडपी के मुख्य अर्थशास्त्री शॉन रोशे ने कहा कि एशिया-प्रशांत ने कोविड-19 पर अंकुश में कुछ सफलता हासिल की है।रोशे ने कहा कि क्षेत्र ने प्रभावी वृहद आर्थिक नीतियों के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी है। लेकिन इसके झटके से कुछ बचाव हो सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि इससे सुधार का रास्ता तैयार हो सकता है। हालांकि ,रेटिंग एजेंसी ने 2020 और 2021 के लिए चीन की अर्थव्यवस्था में क्रमश: 1.2 फीसदी और 7.4 फीसदी वृद्धि दर के अनुमान को कायम रखा है।