कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी, 5 डॉलर महंगा हुआ ब्रेंट क्रूड

Update: 2021-08-25 08:28 GMT

मुंबई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने से अपनी 85 फीसदी जरूरत की पूर्ति करने के लिए आयात पर निर्भर करने वाले भारत जैसे देशों की चिंता एकबार फिर बढ़ने लगी है। पिछले दो कारोबारी दिनों में ही कच्चे तेल की कीमत में प्रति बैरल करीब 5 डॉलर की तेजी आ चुकी है। कीमतों में आई उछाल की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड एकबार फिर प्रति बैरल 71 डॉलर के स्तर को पार कर गया है।

हालांकि भारतीय उपभोक्ताओं के लिहाज से राहत की बात यही है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई जबरदस्त तेजी के बावजूद भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत स्थिर बनी हुई है।बताया जा रहा है कि मेक्सिको की खाड़ी में मेक्सिको की ऑयल कंपनी पेट्रोलियोस मैक्सिकानोस पेमेक्स के एक कच्चे तेल के प्लेटफार्म पर आग लग जाने की वजह से कच्चे तेल के उत्पादन में अचानक काफी गिरावट आ गई है। इस हादसे की वजह से प्लेटफॉर्म के निकटवर्ती सभी 125 तेल कुओं से कच्चे तेल का उत्पादन बंद करना पड़ा है। एकसाथ 125 तेल कुओं के बंद होने कारण मैक्सिको की खाड़ी से होने वाले कच्चे तेल के उत्पादन में काफी तेज गिरावट आई है।

पेट्रोलियोस मैक्सिकानोस पेमेक्स द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक ऑयल प्लेटफार्म पर लगी आग के कारण कच्चे तेल के उत्पादन में रोजाना 4.21 लाख बैरल की कमी आ गई है। इसकी वजह से कंपनी को भी रोजाना 2.5 करोड़ डॉलर का नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऑयल प्लेटफॉर्म पर लगी आग पर हालांकि काबू पा लिया गया है, लेकिन सभी तेल कुओं से कच्चे तेल का उत्पादन शुरू करने में अभी थोड़ा समय और लग सकता है।

बताया जा रहा है कि मेक्सिको की खाड़ी में हुए इस हादसे की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कच्चे तेल की आवक अचानक घट गई है। करीब 4.21 लाख बैरल कच्चे तेल की कमी हो जाने के कारण सोमवार और मंगलवार दोनों ही दिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में तेजी का रुख बना रहा। पिछले कारोबारी सत्र में ब्रेंट क्रूड 2.48 डॉलर प्रति बैरल की मजबूती के साथ 71.05 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया इसी तरह अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई क्रूड) भी 2.08 डॉलर प्रति बैरल की तेजी के साथ 67.54 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ।

जानकारों का कहना है कि चूंकि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है, इसलिए अगले सप्ताह की शुरुआत से मेक्सिको की खाड़ी में कच्चे तेल का उत्पादन एकबार फिर सामान्य हो सकता है। इसके साथ ही ऑयल कंपनी पेट्रोलियोस मैक्सिकानोस पेमेक्स ने इस बात के भी संकेत दिए हैं कि मौजूदा सप्ताह के दौरान कच्चे तेल के उत्पादन में हुई कमी की भरपाई वह जल्द से जल्द अपने उत्पादन में बढ़ोतरी करके पूरा करेगा। ऐसा होने पर एकबार फिर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में गिरावट का रुख बन सकता है। हालांकि जब तक कच्चे तेल की कीमत में गिरावट नहीं आती, तबतक भारत जैसे कच्चे तेल के आयातक देशों की परेशानी बढ़ी रहेगी।

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