कोरोना महामारी में 2200 रुपये से अधिक उछला सोना

Update: 2020-04-18 10:24 GMT

नई दिल्ली। कोरोना महामारी को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन अब 3 मई तक बढ़ा दिया गया है। लोगों की जान बचाने के लिए पहले चरण का लॉकडाउन अब जहान भी बचाएगा। यही वजह है कि 20 अप्रैल से कुछ जरूरी क्षेत्रों में छूट दी जाएगी, जिससे अर्थव्यवस्था की थमी गाड़ी आगे खिसक सके। अगर लॉकडाउन के दौरान सोने-चांदी की कीमतों के बारे में बात करें तो सोने के रेट ने इस दौरान चार नए रिकॉर्ड कायम किए। वह भी तब जब दिल्ली समेत पूरे देश के सर्राफा बाजार बंद हैं। 25 मार्च से 17 अप्रैल तक लॉकडाउन में सोना 2289 रुपये प्रति 10 ग्राम चढ़ चुका है तो वहीं प्रति किलोग्राम चांदी के रेट में 1370 रुपये का उछाल आ चुका है।

लॉकडाउन में भले ही आम आदमी सोने की खरीददारी नहीं कर रहा, लेकिन केंद्रीय बैंक, फंड मैनेजर्स, स्वतंत्र निवेशक आदि ये सभी लोग पूरी दुनिया में अलग अलग एक्सचेंज पर सोने की खरीदारी कर रहे हैं। इनकी वजह से सोने के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी रिकॉर्ड उंचाई पर हैं । इसी वजह से भारत में कई दिनों से सोने में तेजी देखने को मिल रही थी।

अगर 17 अप्रैल की सोने-चांदी की कीमतों में आई भारी गिरावट को छोड़ दें तो 16 अप्रैल तक सोने में 3504 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी आ चुकी है। वहीं चांदी की चमक भी 2650 रुपये प्रति किलोग्राम तेज हुई है। लॉकडाउन की घोषणा के बाद 25 मार्च 2020 को बुलियन मार्केट में 10 ग्राम गोल्ड 999 की कीमत 43424 रुपये थी तो प्रति किलोग्राम चांदी 40900 रुपये पर बिकी।

इसके बाद 9 अप्रैल को सोना 45201 रुपये के नए शिखर पर पहुंच गया। चार दिन बाद यह रिकॉर्ड टूट गया और 13 अप्रैल को सोना पहुंच गया 46034 रुपये प्रति दस ग्राम पर। सोने ने इस दिन ऑल टाइम नया कीर्तिमान स्थापित किया, लेकिन 15 अप्रैल को यह भी ध्वस्त हो गया। सोना 46534 रुपये प्रति 10 ग्राम के एक और नए शिखर पर पहुंच गया। यह भी रिकॉर्ड अगले ही दिन 16 अप्रैल को टूट गया और 10 ग्राम गोल्ड की कीमत हो गई 46928 रुपये। यानी 25 मार्च से 16 अप्रैल तक के लॉकडाउन में सोना 3504 रुपये प्रति 10 ग्राम चढ़ गया।

केडिया कमोडिटी के प्रबंध निदेशक अजय केडिया के मुताबिक यदि आप सोने में निवेश करना चाहते हैं तो बाजार में एक करेक्शन (गिरावट) का इंतजार करें। सोने में मुनाफावसूली हावी हो तब आप सोने में खरीदारी कर सकते हैं । केडिया का मानना है कि 50 हजार रुपये से ऊपर सोने की कीमतों में एक बार बिकवाली हावी होगी, क्योंकि भारत में घरेलू मांग को इस लॉकडाउन के कारण बड़ा झटका पहुंचेगा। साथ ही अर्थव्यवस्था में जिस तरह नकदी का प्रवाह किया जा रहा है इससे देर सवेर बाजार में वापसी होगी और सोने से निवेश अन्य विकल्पों में शिफ्ट होगा ।

अजय केडिया के मुताबिक जब सर्राफा बाजार खुलेगा तो निश्चित तौर पर आम आदमी को भी सोना इसी रेट के आसपास मिलेगा। हाजिर बाजार को भी भाव का संकेत वायदा बाजार से ही मिलता है । ऐसे में हाजिर बाजार में सोने के भाव वायदा बाजार के आस पास ही मिलेंगे । जिस दिन भी सर्राफा बाजार खुलेगा वहां भाव उस दिन वायदा बाजार में चल रहे भाव के आस पास होंगे। इस समय यदि आप किसी ज्वैलर्स से चांदी या सोना खरीदने के लिए बात करेंगे तो हो सकता है वह आपको वायदा बाजार में चल रही कीमत से एक से दो हजार महंगा बताए।

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