LIC की सिर्फ अडानी नहीं इन...36 कंपनियों में है हिस्सेदारी, 6 महीने में 58 फीसदी टूटा शेयर

अडाणी समूह में एलआईसी के निवेश का मुद्दा राजनीतिक रूप ले चुका है। संसद के बजट सत्र में इसे लगातार उठाया जा रहा है।

Update: 2023-02-04 13:23 GMT

नईदिल्ली।  भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की अडाणी समूह में निवेश से होने वाली आय में कमी आई है। अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद अडाणी समूह के शेयरों में गिरावट जारी है, जिसका खामियाजा एलआईसी को भी उठाना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों में एलआईसी के शेयर का वैल्यू घटकर आधा रह गया है।

एलआईसी को ये नुकसान सिर्फ आडाणी समूह की वजह से नहीं हो रहा है, बल्कि अडाणी सहित 36 अन्य कंपनियों में एलआईसी की हिस्सेदारी है, जिनमें पैसा लगा है। एलआईसी ने इन कंपनियों में निवेश किया है, जिनके शेयरों की वैल्यू बीते छह महीनों में 20 फीसदी से अधिक घटी है। हालांकि, बाजार विश्लेषकों का मनना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव सिर्फ अडाणी समूह की वजह से नहीं, बल्कि बाहरी कारकों पर भी निर्भर करता है।

अडाणी समूह में एलआईसी के निवेश का मुद्दा राजनीतिक रूप ले चुका है। संसद के बजट सत्र में इसे लगातार उठाया जा रहा है। प्रमुख विपक्षी दलों के सांसद अडाणी ग्रुप में एलआईसी के निवेश के फैसले की जांच कराने की मांग कर रहे हैं, लेकिन बाजार विश्लेषकों का कहना है कि छह दिनों में एलआईसी के अडाणी समूह के निवेश को जज नहीं करना चाहिए, क्योंकि एलआईसी एक लंबे समय का निवेशक है।

अडानी की ये कंपनी जिम्मेदार - 

दरअसल अडाणी समूह की कंपनियों के साथ-साथ कई अन्य कंपनियों में एलआईसी के शेयर की वैल्यू बीते छह महीनों में 58 फीसदी तक घटी है। पिछले छह महीने के रिपोर्ट पर गौर करें तो एलआईसी के निवेश पोर्टफोलियो में सबसे अधिक नुकसान वाले शेयरों में अडाणी समूह की ये कंपनियां शामिल हैं। अडाणी पोर्ट्स में एलआईसी की 9.14 फीसदी की हिस्सेदारी है। अडाणी टोटल गैस में 5.96 फीसदी, अडाणी एंटरप्राइजेज में 4.23 फीसदी, अडाणी ट्रांसमिशन में 3.65 फीसदी और अडाणी ग्रीन एनर्जी में 1.28 फीसदी की हिस्सेदारी है।

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के वक्त एलआईसी की अडाणी समूह के इनमें से चार कंपनियों में निवेश की वैल्यू 57,166 करोड़ रुपये थी, जिसमें एलआईसी को 33,000 करोड़ रुपये का फायदा हो रहा था, लेकिन इन कंपनियों में एलआईसी को हो रहा फायदा अब घटकर 3300 करोड़ रह गया है। समूह के इन चार शेयरों में एलआईसी के पिछले कई साल का मुनाफा करीब 30,000 करोड़ रुपये पिछले 10 दिनों में डूब गए हैं।

अन्य कंपनियों में हिस्सेदारी - 

उल्लेखनीय है कि एलआईसी ने अडाणी समूह से ज्यादा इन 10 कंपनियों में अपना निवेश किया है। बीमा कंपनी एलआईसी की सबसे बड़ी हिस्सेदारी आईडीबीआई में 49.24 फीसदी, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस में 45.24 फीसदी, स्टैंडर्ड बैटरीज में 19.99 फीसदी, मोडेला वुलन्स वुलन्स में 17.31 फीसदी, आईटीसी में 15.29 फीसदी, एनएमडीसी में 13.67 फीसदी, महानगर टेलीफोन निगम में 13.25 फीसदी, ग्लोस्टर में 12.85 फीसदी, लार्सन एंड टुब्रो में 12.50 फीसदी और सिम्प्लेक्स रियल्टी में 12.38 फीसदी जैसी कंपनियों में है। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर वैल्यू 599.10 और एनएसई पर 598.10 रुपये रहा था।

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