दिल्ली। पेटीएम ने अपना कारोबार बढ़ाने के लिए अपनी पोस्टपेड सुविधा का दायरा बढ़ाया है। इसके तहत आप कुछ ऑफलाइन स्टोर्स और पड़ोस की दुकानों पर अभी पेटीएम से भुगतान कर सकते हैं और आपको पैसे अगले महीने चुकाने होंगे। पेटीएम ने ये ध्यान में रखते हुए दायरा बढ़ाया है कि लोग कोरोना वायरस की वजह से कॉन्टैक्टलेस डिजिटल ट्रांजेक्शन पर अधिक फोकस कर रहे हैं। बता दें कि लॉकडाउन के दौरान पेटीएम भुगतान में 4 गुना बढ़ोत्तरी हुई है, जिसे ध्यान में रखते हुए कंपनी इस मौके को अच्छे से भुना लेना चाहती है।
पेटीएम की पोस्टपेड सेवा का इस्तेमाल रिलायंस फ्रेश, हल्दीराम, अपोलो फार्मेसी, क्रोमा, शॉपर्स स्टॉप आदि पर किया जा सकता है। इस सेवा का इस्तेमाल कर के लोग ग्रॉसरी, दूध और अन्य जरूरी चीजें अपने आस-पास की दुकानों से खरीद सकते हैं। डोमिनोज, टाटा स्काई, पेपरफ्राई, हंगरबॉक्स, पतंजलि, स्पेंसर्स के बिल भी पेटीएम पोस्टपेड का इस्तेमाल कर के दिए जा सकते हैं।
पेटीएम ने ये पोस्टपेड सेवा दो एनबीएफसी के साथ पार्टनरशिप में शुरू की है। इसके तहत पेटीएम के ग्राहक अभी सामान खरीदने के लिए भुगतान कर सकते हैं, लेकिन पैसे उन्हें अगले महीने देने होंगे। पेटीएम ने इसके लिए 1 लाख रुपए की हर महीने की लिमिट तय की है।
- कुछ चुनिंदा यूजर्स को ही फाइनेंशियल सर्विसेस में पोस्टपेड आइकन दिखेगा।
- पेटीएम ने यूजर्स के तीन वैरिएंट रिलीज किए हैं- लाइट, डिलाइट और एलीट।
- पोस्टपेड लाइट के तहत 20 हजार रुपए की लिमिट मिलेगी और मंथली बिल में एक कन्वेनिएंस चार्ज जोड़ा जाएगा।
- डिलाइट और एलीट ग्राहकों के लिए ये लिमिट 20 हजार रुपए से शुरू होकर 1 लाख रुपए तक जाएगी और उनके मंथली बिल में कोई कन्वेनिएंस चार्ज नहीं जोड़ा जाएगा।
- यूजर को पोस्टपेड का विकल्प देने से पहले पार्टनर एनबीएसी द्वारा उसका क्रेडिट प्रोफाइल देखा जाएगा।
- ग्राहक को पार्टनर एबीएफसी के पास ऑनलाइन केवाईसी पूरी करनी होगी।
- बिल हर महीने की 7 तारीख तक देना ही होगा।
कंपनी ने कहा है कि लाइट वर्जन उन लोगों के लिए है, जिनका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है, लेकिन वह भी एक कन्वेनिएंस फीस देकर इस सुविधा का फायदा उठा सकते हैं।