नईदिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पहली समीक्षा बैठक बुधवार को शुरू हो गई। आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता में हो रही तीन दिवसीय एमपीसी बैठक के नतीजे पांच अप्रैल को आएगा। हालांकि, अधिकांश अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि आरबीआई एक बार फिर रेपो रेट को यथावत रख सकता है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में आज चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक शुरू हुई। रिजर्व बैंक गवर्नर तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक के नतीजे की घोषणा 5 अप्रैल को करेंगे। आर्थिक मामलों के जानकारों का कहना है कि आरबीआई एक बार फिर नीतिगत रेपो दर को यथावत रख सकता है।
उल्लेखनीय है कि आरबीआई की मौद्रिक समिति प्रत्येक दो महीनों पर मॉनेटरी पॉलिसी पर फैसला लेती है। केंद्रीय बैंक ने लगातार छह बार से रेपो रेट को स्थिर रखा है। इस बार भी ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं कि लगातार सातवीं बार भी नीतिगत दर रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा। रिजर्व बैंक ने पिछली बार फरवरी 2023 में रेपो रेट बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर दिया था।