रिजर्व बैंक अप्रैल में करेगी मौद्रिक नीति की समीक्षा, जानिए क्या है महत्व
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की अगले वित्त वर्ष 2022-23 में मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की कुछ छह बैठकें होंगी। एमपीसी की पहली समीझा बैठक 6 से 8 अप्रैल, 2022 के बीच होगी।
आरबीआाई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में इस समिति की बैठक होती है, जो ब्याज दरें तय करती है। आमतौर पर एमपीसी मौजूदा घरेलू और वैश्विक आर्थिक स्थितियों पर विचार-विमर्श के बाद द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणाएं करती है। इसकी जानकारी आरबीआई गवर्नर प्रेस के माध्यम से जारी करते हैं।रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2022-23 में एमपीसी की होने वाली बैठकों का कार्यक्रम जारी कर दिया है। इसके मुताबिक अगामी वित्त वर्ष 2022-23 के लिए पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति को लेकर विचार-विमर्श 6 से 8 अप्रैल, 2022 के बीच होगा, जबकि दूसरी बैठक 6 से 8 जून, 2022 को आयोजित होगी।
कार्यक्रम के मुताबिक एमपीसी की तीसरी, चौथी और 5वी समीक्षा बैठकें क्रमश: 2 से 4 अगस्त, 28-30 सितंबर और 5-7 दिसंबर, 2022 के बीच होंगी। समिति की छठी बैठक 6-8 फरवरी-2023 को होगी। आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति में रिजर्व बैंक के दो प्रतिनिधियों के अलावा तीन बाहरी सदस्य होते हैं।