चांदी ने लगाई 2155 रुपये की छलांग, कीमत 55000 के करीब, सोना भी हुआ महंगा
नई दिल्ली। मंगलवार को चांदी के रेट में बंपर उछाल देखने को मिल रहा है। सर्राफा बाजार में आज चांदी 2155 रुपये प्रति किलोग्राम की ऊंची छलांग लगाकर 54500 रुपये पर पहुंच गई है। वहीं सोने के रेट में भी 126 रुपये की बढ़ोतरी देखी जा रही है। 24 कैरेट 10 ग्राम सोना आज सुबह 49343 रुपये पर खुला।
बता दें कुछ दिन पहले ही एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट ( कमोडिटी एंड करंसी), अनुज गुप्ता ने हिन्दुस्तान को बताया था कि कोरोना संकट के बीच जिस तेजी से सोने की कीमत बढ़ी है उसके अनुपात में चांदी की नहीं बढ़ी है। वर्तमान में सोने और चांदी के बीच का अनुपात 92.90 है, हालांकि वर्ष 2020 की शुरुआत में यह 83.72 के आसपास था।
ऐसे में चांदी की कीमत आने वाले दिनों में और तेजी से बढ़ने की पूरी संभावना है। इस महीने की बात करें तो बचे हुए दो हफ्तों में चांदी 1700 से 1800 रुपये महंगी हो सकती है। महीने के अंत तक चांदी 54,000 से 55,000 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच सकती है।
2013 में चांदी का भाव 70,000 रुपये प्रति किलो से ऊपर गया था। यह वह साल था जब सोना और चांदी के भाव का अनुपात घटकर 31 पर आ गया था। केडिया एडवायजरी के निदेशक, अजय केडिया ने कहा कि इस साल मार्च में यह अनुपात ऐतिहासिक उंचाई 127 पर चल चला गया, लेकिन फिर अनुपात घटकर 93 के करीब आ गया है जो इस बात का संकेत है कि सोने के बजाय चांदी में निवेशकों का रुझान बढ़ रहा है। चांदी में आई जोरदार तेजी की मुख्य वजहों में कोरोना के प्रकोप के चलते कीमती धातुओं के प्रति निवेशकों का रुझान है। 2020 की पहली छमाही में निवेश मांग में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
वहीं सोने में तेजी की वजह मौद्रिक नीति, रियल यील्ड्स में कमी, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में रिकॉर्ड इनफ्लो और एसेट एलोकेशन में इजाफे से है। अगले 6 से 9 महीने में सोने के रेट में जबरदस्त उछाल देखने को मिल सकती है। संभावना यह है कि अगले 3 से 5 महीनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 2000 डॉलर प्रति औंस के पार चला जाए। बता दें एक औंस में 28.3495 ग्राम होता है।