गिरावट के साथ बंद हुआ स्टॉक मार्केट, अडानी समूह की सभी कंपनियों के शेयर गिरे
सेंसेक्स 928 अंक लुढ़का
मुंबई। कमजोर वैश्विक संकेतों और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच शेयर बाजार में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट रही। घरेलू शेयर बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक बुधवार को गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 927 अंक लुढ़क कर तीन हफ्ते के निचले स्तर पर बंद हुआ है।अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन बड़ी गिरावट आई। अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 9.31 फीसदी टूट गया।
कारोबार के अंत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 927.74 अंक यानी 1.53 फीसदी लुढ़क कर 59,744.98 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 272.40 अंक यानी 1.53 फीसदी की गिरावट के साथ 17,554.30 के स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 60,462.90 की ऊंचाई पर गया और 59,681.55 के निचले स्तर को भी छुआ।
निफ्टी के 47 शेयरों में नुकसान -
इसी तरह कारोबार के दौरान निफ्टी ऊंचे में 17,772.50 तक गया और नीचे में 17,529.45 तक आया।कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 991.17 अंक तक लुढ़क गया था। 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स का एक फरवरी के बाद का ये निचला स्तर है। सेंसेक्स के तीस शेयरों में से एकमात्र आईटीसी का शेयर लाभ में रहा है, जबकि 29 शेयर लाल निशान पर बंद हुआ है। बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, रिलायंस, एचडीएफसी सेंसेक्स के टॉप 5 लूजर्स रहे।वहीं, 50 शेयरों पर आधारित एनएसई का निफ्टी भी आज चार महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी के 47 शेयर नुकसान में रहे, जबकि तीन शेयरों में तेजी रही।
अडानी शेयरों में बड़ी गिरावट -
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 9.31 फीसदी टूट गया। अडाणी पावर, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी टोटल गैस और अंबुजा सीमेंट्स के शेयरों में पांच फीसदी की गिरावट रही। वहीं, अडाणी ग्रीन एनर्जी 4.99 फीसदी, अडाणी विल्मर 4.99 फीसदी और एनडीटीवी 4.45 फीसदी के नुकसान में कारोबार कर रहा था। अडाणी पोर्ट्स का शेयर 4.38 फीसदी तथा एसीसी तीन फीसदी के नुकसान में कारोबार कर रहा है।
हिडनबर्ग रिपोर्ट का असर -
दरअसल अमेरिकी वित्तीय रिर्सच कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। रिपोर्ट में समूह पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गया हैं। हालांकि, अडाणी समूह इन आरोपों को खारिज करता रहा है। समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट के चलते कंपनी का बाजार पूंजीकरण घटकर 100 बिलियन डॉलर से नीचे पहुंच गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक समूह की 10 कंपनियों का मार्केट कैप मंगलवार को गिरकर 8,20,915 करोड़ रुपये रह गया है।