छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा को भेजा समन, 2 जनवरी को होगी पूछताछ
ED Summons to Kawasi Lakhma in Liquor Scam Case : रायपुर। छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले को लेकर ED ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे को समन भेजा है। प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष दोनों को 2 जनवरी 2025 को पेश होने का निर्देश दिया गया है। बता दें कि, 28 दिसंबर को सुकमा और रायपुर के ठिकानों पर ईडी ने दबिश दी थी। कवासी लखमा के बेटे और करीबियों के ठिकानों पर भी रेड मारी गई थी। जिसमें रायपुर स्थित आवास से कई अहम सबूत मिले।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखमा ने कथित शराब घोटाले से अर्जित अपराध की आय का इस्तेमाल किया। ईडी ने आरोप लगाया है कि लखमा को शराब घोटाले से अर्जित अपराध की आय से मासिक आधार पर बड़ी मात्रा में नकदी मिला करती थी।
बता दें कि, कांग्रेस शासनकाल में 2019 से 2022 के बीच कथित तौर पर बड़ा शराब घोटाला हुआ था, जो 2 हजार 61 करोड़ रुपये का था। कोंटा विधायक कवासी लखमा इस मामले में पहले ही जांच के दायरे में हैं।
क्या है शराब घोटाला
ईडी के अनुसार, कथित शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच हुआ था। माना जाता है कि इस घोटाले को अलग-अलग चरणों में अंजाम दिया गया। सबसे पहले, शराब की खरीद के लिए डिस्टिलर्स से रिश्वत ली गई। दूसरे चरण में, बेहिसाब देशी शराब बेची गई, जिसकी सारी बिक्री को किताबों में दर्ज नहीं किया गया। इसके परिणामस्वरूप राज्य के लिए कोई राजस्व नहीं मिला।
घोटाले के कमीशन वाले हिस्से में डिस्टिलर्स से रिश्वत लेना शामिल था, ताकि उन्हें एक निश्चित बाजार हिस्सेदारी मिल सके और विदेशी शराब की बिक्री से मुनाफा कमाया जा सके। ईडी की टीम ने जांच में पाया कि छत्तीसगढ़ मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड (CMCL) बिल भुगतान करने के नाम पर 8 प्रतिशत कमीशन लेती थी। ईडी की टीम ने इस संबंध में सीएमसीएल के तत्कालीन डीजीएम सहित नौ लोगों के खिलाफ EOW और ACB में रिपोर्ट दर्ज कराई है।