जेएनयू में पहली बार होगी ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा
-आवेदन की अंतिम तिथि 14 अप्रैल, 27 से 30 मई तक चलेगी प्रवेश परीक्षा
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) में दाखिला के लिए पहली बार छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा देनी होगी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग के स्वायत्त संगठन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी(एनटीए) को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जेएनयू में नए शैक्षणिक सत्र में 3,383 सीटों पर दाखिला के लिए शुक्रवार से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई। विश्वविद्यालय ने ई-प्रॉस्पेक्टस को आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया। आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 14 अप्रैल है। प्रवेश परीक्षा-2019 देशभर के 127 शहरों में 27 से 30 मई तक आयोजित की जाएगी। अभ्यर्थी 15 मार्च से 14 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा फीस का भुगतान 15 अप्रैल तक किया जा सकेगा।
विश्वविद्यालय में एमफिल और पीएचडी की 1,043 सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों में कुल 3,383 सीट हैं। परीक्षा के लिए 22 अप्रैल को प्रवेश पत्र डाउनलोड किया जा सकेगा। प्रवेश परीक्षा 27 मई से 30 मई तक चलेगी। एमफिल और पीएचडी परिणाम की घोषणा 10 जून को होगी।
यूजीसी की अधिसूचना के अनुसार, एमफिल और पीएचडी कार्यक्रम के लिए चयन कम्प्यूटर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों (एमसीक्यू) पर बेस्ड प्रवेश परीक्षा(70 प्रतिशत वेटेज) के आधार पर होगा, इसके बाद व्यक्तिपरक मूल्यांकन(30 प्रतिशत वेटेज) होगा। बीए, एमए, एमएससी, एमटेक, सीओपी, डीओपी कार्यक्रमों के लिए चयन पूरी तरह से एमसीक्यू बेस्ड प्रवेश परीक्षा (100 प्रतिशत वेटेज) के जरिए होगा।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा(जेएनयूईई)-2019 में प्राप्त अंकों के आधार पर सामाजिक विज्ञान स्कूल (एसएसएस), स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड एस्थेटिक्स(एसएए), स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज(एसआईएस), स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज(एसएलएस), पर्यावरण विज्ञान स्कूल(एसईएस), कंप्यूटर एंड सिस्टम विज्ञान स्कूल(एससी एंड एसएस), कम्प्यूटेशनल और एकीकृत विज्ञान स्कूल(एससी एंड आईएस), जैव प्रौद्योगिकी स्कूल(एसबीटी), संस्कृत अध्ययन केंद्र (सीएसएस), भाषा, साहित्य और संस्कृति अध्ययन स्कूल(एसएल), आणविक चिकित्सा केंद्र(सीएमएम), कानून और प्रशासन के अध्ययन केंद्र(सीएलजी), नैनो विज्ञान केंद्र(सीएनएस), शारीरिक विज्ञान स्कूल(एसपीएस) स्कूलों में प्रवेश मिलेगा।
जेएनयू देश में अग्रणी विश्वविद्यालय है और शिक्षण एवं अनुसंधान के लिए एक विश्व प्रसिद्ध केंद्र है। इसे राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद(एनएएसी) द्वारा 3.91 के ग्रेड बिंदु(4 के पैमाने पर) के साथ देश का शीर्ष शिक्षण संस्थान का तमगा दिया गया है। जेएनयू को भारत सरकार के नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क द्वारा 2016 में देश के सभी विश्वविद्यालयों में तीसरे और 2017 में दूसरा स्थान दिया गया।