Bijapur Naxal Encounter: बीजापुर मुठभेड़ में आठ नक्सली ढ़ेर, जवानों का सर्च अभियान जारी
Eight Naxalites Killed in Bijapur Encounter : बीजापुर। छत्तीसगढ़ राज्य में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान में हाल ही में बीजापुर जिले में एक बड़ी सफलता मिली है। शनिवार को यहां सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एक बड़ी मुठभेड़ हुई, जिसमें सुरक्षाबलों ने 8 नक्सलियों को मार गिराया। इस मुठभेड़ के दौरान मारे गए सभी नक्सलियों के शव को बरामद कर लिया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक यह मुठभेड़ बीजापुर के गंगालूर पुलिस थाना क्षेत्र के जंगलों में चल रही है, जहां सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी।
यह अभियान नक्सलियों की गतिविधियों के बारे में मिली सूचना के आधार पर शुरू किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि इस ऑपरेशन में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) की टीम भी शामिल थी। सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों की गोलीबारी भी जारी थी, लेकिन सुरक्षाबल अपनी रणनीति के तहत उन्हें प्रभावी तरीके से चुनौती दे रहे थे।
बता दें कि, इससे पहले भी सुरक्षाबलों द्वारा छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में इस तरह की कार्रवाई में कई माओवादियों को मारा जा चुका है। पिछले महीने नक्सलियों के खिलाफ एक अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली प्रताप रेड्डी रामचंद्रा उर्फ चलपति को ढेर कर दिया था।
सुरक्षाबलों ने यह भी बताया कि इस साल 2025 में अब तक 56 नक्सली मारे जा चुके हैं, जिनमें बीजापुर के इस ऑपरेशन के दौरान मारे गए 8 नक्सली भी शामिल हैं। 2024 में कुल 290 नक्सली मारे गए थे, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 50 था। सुरक्षाबलों की ओर से नक्सलियों के खिलाफ इस तरह की मुहिम लगातार जारी है, जिससे यह साबित होता है कि राज्य में नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए सुरक्षाबल पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के पास से कई विस्फोटक सामग्री भी बरामद की, जिसमें BGL, तीर बम, देशी ग्रेनेड और टिफिन बम बनाने का सामान शामिल था। इन बमों और विस्फोटक सामग्रियों का इस्तेमाल नक्सली सुरक्षाबलों के खिलाफ करते थे। सुरक्षाबलों ने यह भी कहा कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है और उनके संबंध में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है।
सुरक्षाबलों की सफलता से यह स्पष्ट होता है कि नक्सल विरोधी अभियान के तहत छत्तीसगढ़ सरकार और सुरक्षाबल नक्सलियों के खात्मे के लिए अपनी रणनीतियों को और मजबूत कर रहे हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नक्सलियों की मौजूदगी को समाप्त करना और राज्य में शांति बहाल करना है।