पणजी / अनिता चौधरी। गोवा में चल रहा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव इस वर्ष भारतीय सिनेमा जगत के चार दिग्गजों राज कपूर, मोहम्मद रफ़ी, तपन सिन्हा और दक्षिण सिनेमा के जनक कहे जाने वाले अभिनेता अक्कनेनी नागार्जुन के पिता अक्कनेनी नागेश्वर राव को समर्पित है। अक्किनेनी नागेश्वर राव के शताब्दी वर्ष के आयोजन की शुरुआत नागार्जुन के विशेष संवाद से हुई। नागार्जुन ने एएनआर के सिनेमा और तकनीक के संयोजन, तेलगु सिनेमा को अव्वल दर्जा का सिनेमा बनाने के पैशन से लेकर परिवार को एकजुट रखने तक के विजन पर उनके बेटे नागार्जुन ने प्रकाश डाला। आईएफएफआई के 55वें संस्करण में अक्किनेनी नागेश्वर राव के शताब्दी वर्ष के मौके पर उनके जीवन पर आधारित एएनआर के जीवन को नागार्जुन ने अपने पिता, फिल्मकार, नाट्य सम्राट के रूप में उनसे जुड़ी यादों को साझा किया। नागार्जुन ने कहा कि पिता का एक ही दृष्टिकोण था कि तेलुगु सिनेमा को इतना शक्तिशाली बनाना है कि दुनिया में उसका डंका बजे। इसलिए आज भी पिता के इस स्वप्न को पूरा करने के लिए 20 लोगों का परिवार एकजुटता के साथ काम कर रहा है। उनके लगाए सिनेमा स्टूडियो, और प्रशिक्षण संस्थान के पौधे को पूरे परिवार के साथ सींच रहे हैं। मौजूदा समय में सिनेमा में भाषा की बाधा समाप्त हो गई है। अब केवल भारतीय सिनेमा ही शाश्वत है। इस मौके पर उनके जीवन पर आधारित एक लघु वृत्तचित्र भी पेश किया गया।
अंतरराष्ट्रीय फिर महोत्सव के निदेशक शिखर कपूर और सूचना प्रसारण सचिव संजय जाजू ने शताब्दी वर्ष के मौके पर सरगम द्वारा जारी विशेष कारवां संस्करण भी एएनआर को समर्पित किया। अनोखे अंदाज में नजर आए विधु विनोद चौपड़ा : इस अवसर पर अपनी मास्टर क्लास में विधु विनोद चोपड़ा भी अनोखे अंदाज में नज़र आये और अपनी मास्टर क्लास में फ़िल्म की बारीकियों को समझाया। इस दौरान मास्टर क्लास के मॉडरेटर शांतनु मोइत्रा जो खुद भी एक जाने माने फिल्मकार हैं, उन्होंने विधु विनोद चोपड़ा केआर साथ संगीतमय प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। जहां मोइत्रा ने सत्र की शुरुआत परिणीता के प्रसिद्ध गीत पीयू बोले पिया बोले से कि वहीं चोपड़ा ने उनके साथ कदम ताल करते हुए कुछ ना कहो कुछ भी ना कहो पर गुनगुनाते हुए नज़र आये। चोपड़ा ने कहा अगर जीवन में सफलता हासिल करनी है, तो खुद पर विश्वास रखना जरुरी है। क्योंकि उन्हें याद है, उनकी पहली फिल्म खामोश की प्रशंसा हुई, लेकिन किसी ने भी सहायता का हाथ नहीं बढ़ाये थे।
विदेशी अंदाज में दिखा क्रूज पर फिल्मों का प्रसारण
अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के तीसरे दिन इफ्फी के भविष्य में एक सुनहरा अध्याय और जुड़ गया। अब विदेशों में होने वाले फिल्मी आयोजनों की तर्ज पर गोवा में भी मांडवी नदी में तैरते क्रूज पर फिल्मों के ट्रेलर लांच और मास्टर क्लास की पहल की शुरुआत की गई। पहले दिन तेरव फीचर फिल्म का ट्रेलर लांच किया गया। इन आयोजनों के लिए राही नाम के क्रूच को चुना गया। भारतीय फिल्म निर्माता संघ ( इंपा) के सहयोग से अगले दो दिन में इस पर फिल्म हार्ड विषय, छबीला और टेंपलेट का ट्रेलर लांच किया जाएगा।
उज्बेकिस्तान, एस्टोनिया और सर्बिया की फिल्में रही आकर्षण का केन्द्र
समारोह में उज्बेकिस्तान एस्टोनिया और सर्बिया की तीन फिल्में को भी प्रवेश मिला है। दूरदर्शी निर्माताओं की यह तीन फिल्में जिनमें कुछ भी उज्बेकिस्तान की फिल्म द सांग सस्टे सोटिन फिल्म में सूखाग्रस्त गांव की दुर्दशा को दर्शाया है। इसकी निर्देश खुसनोरा, रोजमातोवा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार प्रशंसा प्राप्त कर रही है। फिल्म प्रकृति के प्रकोप और सामाजिक निराशा से उभरने वाले एक समुदाय की प्रतिबद्धता का प्रदर्शन है।