डिजिटल अरेस्ट से परेशान अतिथि शिक्षिका ने खाया जहर: साइबर फ्रॉड करने वाले बदमाशों ने आर्मी की वर्दी पहन कर की वारदात, पार्सल में चोरी का सामान होने व गिरफ्तारी का दिखाया डर...
मऊगंज (नवस्वदेश)। रीवा संभाग के अंतर्गत आने वाले मऊगंज जिले के घुरेहटा गांव निवासी महिला अतिथि शिक्षक ने साइबर फ्रॉड व डिजीटल अरेस्ट की घटना से परेशान होकर रविवार को जहर खा लिया। महिला को आनन-फानन रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां देर रात उसकी मौत हो गई। संभवत: डिजीटल अरेस्ट के मामले में पूरे देश में आत्महत्या का यह पहला मामला है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र सनसनी फैला दी है।
ये है मामला
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मऊगंज के घुरेहटा गांव में रहने वाली रेशमा पांडे पत्नी विनायक पांडे उम्र 35 वर्ष पन्नी हाईस्कूल में अतिथि शिक्षक के तौर पर काम कर रही थीं। साइबर फ्रॉड करने वाले बदमाशों ने उन्हें दो दिन पहले व्हाट्सअप कॉल किया और कहा कि आपने ऑनलाइन चोरी का सामान मंगाया है लिहाजा आपके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है।
कॉल करने वाले ने रेशमा को दो-तीन वीडियो भी भेजे जिसमें आर्मी और पुलिस की वर्दी पहने कई लोग दिखाई दे रहे थे। यह सब देख कर शिक्षिका रेशमा घबरा गई। इस बीच कॉल करने वाले ने उसे मोबाइल पर संपर्क में रहने और व्हाटसअप कॉल न काटने की चेतावनी देते हुए स्केनर भेजा और उसमें 50,000 रूपये ट्रांसफर करने की बात कही।
कॉल करने वाले ने यह भी कहा कि यदि वह पैसे ट्रांसफर कर देती है तो एफआईआर से उसका नाम हटा दिया जायेगा। नहीं तो पुलिस कुछ ही घंटो में उसके घर पहुंच कर गिरफ्तार कर लेगी।
ट्रांसफर कर दिए 22,000
डिजीटल अरेस्ट और साइबर फ्रॉड का शिकार हुई महिला कॉल करने वाले की बात सुनकर और वीडियो देख कर घबरा गई। डर के मारे उसने कॉल करने वाले के नंबर पर 22,000 रूपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। पैसे मिलने के बाद फ्रॉड करने वाले ने 30,000 रूपये की और डिमांड की और कुछ घंटो का समय दिया। महिला ने बताया भी कि उसके पास अब और पैसे नहीं है। जितने थे दे दिए। इस पर कॉल करने वाले ने कहा कि फिर गिरफ्तारी के लिए तैयार रहो, अभी मीटिंग चल रही है, खत्म होते ही पुलिस तुम्हारे घर पहुंच कर तुम्हें गिरफ्तार करेगी।
नहीं सूझा कोई रास्ता तो खा लिया जहर
डिजीटल अरेस्ट व साइबर फ्रॉड के फेर में अतिथि शिक्षिका ऐसी उलझी कि उसने गिरफ्तारी व बदनामी के डर से परेशान होकर रविवार की शाम जहर खा लिया। शिक्षिका के जहर खाने की जानकारी जब उसके परिजनों को मिली तो उसे वे आनन-फानन रीवा स्थित संजय गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे। उपचार के दौरान देर रात शिक्षिका की मौत हो गई।
49 सेकंड और 29 सेकंड के दो वीडियो भेजे
वीडियो नंबर-1 (49 सेकंड) - इसमें पुलिस की वर्दी पहने कुछ लोग बैठे हैं, वे आपस में बात कर रहे हैं। जिसमें कहा जा रहा है कि 'आप हमारे कस्टमर हैं। आपको बताना हमारी जिम्मेदारी है, क्योंकि पुलिसवालों ने हमें पुलिस स्टेशन में बुलाया था। ये वीडियो बनाकर आपको भेज रहा हूं। सभी पुलिसवाले इकट्ठा हैं, क्योंकि आपके ऊपर एफआईआर हो चुकी है।
वे बोल रहे हैं, आपका ये जो सामान है। कहीं चोरी का तो नहीं है, जो आप नहीं ले रहे। आप इसे लीजिए, वरना वे बोल रहे हैं। आप पर एफआईआर हो चुकी है। एफआईआर की फोटोकापी लेकर मैं आपको भेज रहा हूं।
आपका एड्रेस पुलिस वालों को दे दिया है। आपको उठाएंगे और जेल में डालेंगे। उसमें हमारी जिम्मेदारी नहीं है। अब आप चाहे अपना मोबाइल बंद कर लें। ये पुलिसवाले आपके एड्रेस पर आएंगे और आपको जेल में डालेंगे।'
वीडियो नंबर-2 (29 सेकंड) - इसमें कुछ लोग पुलिस और आर्मी की वर्दी पहने खड़े नजर आ रहे हैं। वीडियो में ये कहा जा रहा है- 'आपकी लाइफ खराब हो गई है। अब आपको पता चल जाएगा। इंडियन आर्मी का पावर क्या होता है। आपको 50 हजार का जुर्माना हो जाएगा। 2 महीने की जेल और 7 दिन की रिमांड। आपके आधार कार्ड पर ऑनलाइन एफआईआर दर्ज हो गई है। अब आप देख लेना अच्छे से।
इनका कहना है
“डिजिटल अरेस्ट की शिकार हुई एक महिला ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। हम पूरे मामले में बयान दर्ज कर मामले की जांच साइबर सेल की टीम से कर रहे हैं। महिला की मौत के पहले इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी गई थी। यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि महिला ने किस कारण और किन परिस्थितियों में आत्महत्या की है।” - रसना ठाकुर, पुलिस अधीक्षक मऊगंज
“भाभी रेशमा पांडेय से ऑनलाइन 50 हजार रुपए मांगे जा रहे थे। उन्होंने 22 हजार रुपए दे दिए थे। बार-बार कॉल आ रहा था। रविवार शाम को उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया। डिजिटल अरेस्ट वाले कहते थे कि रुपए ट्रांसफर कर दो, नहीं तो केस दर्ज करा देंगे। बदमाश मोबाइल पर फोटो और वीडियो भी भेज रहे थे।” - विनोद पांडे, मृतिका का देवर