नई दिल्ली (New Delhi)। अयोध्या (Ayodhya) में श्रीराम मंदिर (Shri Ram temple) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala's life consecration) के बाद ढांचागत सुविधाओं के विकास का काम तेजी से जारी है। पीएम गतिशक्ति (PM Gatishakti) के तहत अयोध्या बाईपास परियोजना (Ayodhya Bypass Project) को गति दी जा रही है।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में 67.57 किलोमीटर लंबी अयोध्या बाईपास परियोजना को पीएम गतिशक्ति के तहत गति दी जा रही है। यह परियोजना निर्बाध माल परिवहन की सुविधा प्रदान करने के साथ अयोध्या में भीड़ कम करेगी। अयोध्या बाईपास परियोजना लखनऊ, बस्ती और गोंडा जैसे प्रमुख जिलों को कवर करेगी। यह परियोजना इन तीन प्रमुख जिलों में पर्यटक और तीर्थ स्थलों सहित आर्थिक, सामाजिक और लॉजिस्टिक से जुड़े विभिन्न संपर्क व्यवस्था की कनेक्टिविटी में सुधार की सुविधा प्रदान करेगी। इस परियोजना का मूल्यांकन राष्ट्रीय योजना समूह (एनपीजी) की 52वीं बैठक के दौरान किया गया। पीएम गतिशिक्ति पहल के तहत एनपीजी का गठन किया गया है।
उल्लेखनीय है कि हाल में अयोध्या में महर्षि वाल्मिकी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्घाटन ने एक ऐसे महत्वपूर्ण पड़ाव को चिह्नित किया है, जो आगंतुकों के लिए एक सुविधाजनक हवाई यात्रा विकल्प प्रदान करता है। ये न केवल पर्यटन को बढ़ावा देता है बल्कि अयोध्या को उस राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय परिवहन ग्रिड से भी जोड़ता है, जिससे आर्थिक एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलता है।