छत्तीसगढ़ गैंगरेप मामला: लोक शिक्षण संचनालय की कार्रवाई, प्रिंसिपल समेत दो आरोपी सस्पेंड
Chhattisgarh gang rape case : रायपुर। मनेंद्रगढ़ जिले के जनकपुर में नाबालिग छात्रा से गैंगरेप मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 दरिंदों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की कार्रवाई के बाद चारों आरोपी सरकारी नौकरी में जिस विभाग में पदस्थ थे उनपर विभागीय कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो गया है। लोक शिक्षण संचनालय ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपी प्रिंसिपल अशोक कुमार कुशवाहा और लेक्चरर कुशल सिंह परिहार को सस्पेंड किया है। यह कार्रवाई जिला शिक्षा अधिकारी मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के पत्र के आधार पर की गई है।
इससे पहले गैंगरेप मामले में वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए वन मंडल मनेंद्रगढ़ में पदस्थ आरोपी उप वन क्षेत्रपाल (डिप्टी रेंजर) बनवारी सिंह को निलंबित किया है। यह निलंबन आदेश मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वनवृत्त अंबिकापुर से जारी हुआ है।
ये है पूरा मामला
जनकपुर क्षेत्र में बीते दिन मंगलवार को नाबालिग छात्रा से दरिंदगी का मामला सामने आया। सरकारी स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा को प्रिंसिपल अशोक कुमार कुशवाहा, लेक्चरर कुशल सिंह परिहार , हेडमास्टर (CSC) रावेन्द्र कुशवाहाऔर वनकर्मी बनवारी सिंह एक साथ मिलकर किराए के मकान में ले गए।
इसके बाद सभी ने नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बनाया और जब पीड़िता ने घर में बताने की बात कही तो आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की और जान से मारने धमकी दी। पीड़िता ने बताया इस धमकी के बाद मैं दस दिनों तक चुप रही, लेकिन फिर एक दिन हिम्मत करके अपने परिजनों को सारी घटना के बारे में बता दिया।
इसके बाद परिजन छात्रा को लेकर जनकपुर थाना पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी पुलिस दी।पुलिस ने मामले की गंभीरता समझते हुए उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद मामले में कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया।