मुख्यमंत्री के नामों पर हो सकता है फैसला,भाजपा मुख्यालय में गहमागहमी बढ़ी
राजस्थान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नामों पर चर्चा करने के साथ साथ इन राज्यों के पर्यवेक्षकों के नाम तय किए जा सकते हैं। यह पर्यवेक्षक विधायक दल के साथ समन्वय करेंगे।
नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मिली जीत के बाद हलचल तेज हो चली है। माना जा रहा है कि इन राज्यों के मुख्यमंत्री के नामों पर चर्चा के लिए आज दिन भर बैठकों का दौर चलेगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शाम को बैठक बुलाई है जिसमें मुख्यतौर पर राजस्थान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नामों पर चर्चा करने के साथ साथ इन राज्यों के पर्यवेक्षकों के नाम तय किए जा सकते हैं। यह पर्यवेक्षक विधायक दल के साथ समन्वय करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा के लिए केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अलवर सीट से सांसद और तिजारा विधानसभा सीट से जीते बाबा बालक नाथ को दिल्ली बुला लिया गया है। इन तीनों राज्यों के विधायकों में मुख्यमंत्री के नामों पर चर्चा की जा रही है। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में इन राज्यों में किसी भी मुख्यमंत्री चेहरे के साथ चुनाव नहीं लड़ा। यह चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लड़े गए और पार्टी को बंपर जीत हासिल हुई। राजस्थान में भाजपा को 115 सीटें मिली हैं ।
राजस्थान की बात करें तो यहां मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कई दिग्गज नेता शामिल हैं। इनमें वसुंधरा राजे, दीया कुमारी, बाबा बालकनाथ, केन्द्रीय गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी प्रमुख हैं। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों को देखते हुए प्रधानमंत्री इस संबंध में फैसला लेंगे। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदारों में शिवराज सिंह चौहान के साथ केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल और कैलाश विजयवर्गीय शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री रमण सिंह के साथ भाजपा नए चेहरे को ला सकती है।